10,095 करोड़ के 20 एमओयू साइन
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। धर्मशाला : राइजिंग हिमाचल ग्लोबल इन्वेस्टर मीट शुरू होने से पहले सीएम जयराम ठाकुर ने बुधवार को धर्मशाला में विभिन्न औद्योगिक घरानों के प्रतिनिधिमंडलों के साथ बैठक की । इस दौरान 10,095 करोड़ रुपये के निवेश वाले 20 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए। निवेशकों ने हिमाचल प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करने की भावी योजनाओं के संबंध में चर्चा की।
फिज बायो-टैक्नोलॉजी ने भी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से बैठक की, जिन्होंने आयुर्जिनोमिक्स आयुर्निट्रीजिनोमिक्स में शोध एवं विकास के लिए सरकार के साथ करार किया है। उन्होंने आयुर्वेद में शोध में सहयोग करने में भी रुचि दिखाईं। बीआरएस वैंचर्स ने प्रदेश में होटल व रिजाट्र्स, स्वास्थ्य देखभाल, बागीचों आदि क्षेत्रों में निवेश की इच्छा जताई। बी2जी के पहले दौर में महेंद्रा समूह के ग्रुप लोक मामलों के अध्यक्ष मनोज चुग के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार इकाइयां स्थापित करने के लिए समूह को हर संभव सहायता प्रदान करेगी।
महेंद्रा समूह ने राज्य में पर्यटन एवं आतिथ्य तथा रियल एस्टेट एवं अधोसंरचना क्षेत्र में रुचि दिखाई है। उन्होंने राज्य में रिजाट्र्स में हिमाचली धाम आरंभ करने के बारे में चर्चा की। मनू सूद के नेतृत्व में भारती समूह के प्रतिनिधिमंडल ने सूचना एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र में डाटा फाइबर लिंक तथा मोबाइल कनेक्टिविटी के लिए एक हजार करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किए। भारती समूह ने डाटा फाइबर बिछाने की लागत को कम करने का आग्रह किया और कहा कि नेटवर्क द्वारा पूरे हिमाचल प्रदेश में डाटा खपत को सुदृढ़ किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने उनकी समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया।
धर्मशाला बौद्ध पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आदर्श गंतव्य: चाऊ
भारत में वियतनाम के राजदूत फाम सेन चाऊ की अध्यक्षता में वियतनाम के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने हिमाचल प्रदेश को वियतनाम में पर्यटन गंतव्य के रूप में बढ़ावा देने, प्रौद्योगिकी विनिमय पर सहयोग तथा सिस्टर सिटी साझेदारी समझौता में रुचि दिखाई। राजदूत ने विभिन्न क्षेत्रों जैसे सूचना प्रौद्योगिकी, पर्यटन, औषधी निर्माण, इलेक्ट्रिकल, सौर व पवन ऊर्जा, टीवी उपकरण, कपड़ा उद्योग, खाद्य प्रसंस्करण, बौध मठों आदि क्षेत्रों में रुचि दिखाई। उन्होंने इन्वेस्टर्स मीट के लिए राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि धर्मशाला एशियाई देशों में बौद्ध पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आदर्श गंतव्य है।