लिटफेस्ट में विवादित बयान के चलते बजरंग दल खफा, गृह मंत्री को भी भेजी लिखित शिकायत
भूपेंद्र ठाकुर। सोलन : कसौली में आयोजित खुशवंत सिंह लिटफेस्ट विवादों में घिर गया है। लिटफेस्ट के दौरान विवादित बयान देने वाले साहित्यकारों तथा आयोजक राहुल सिंह के खिलाफ कसौली पुलिस थाना में बजरंग दल ने शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत के माध्यम से मांग की गई है कि देश व हिंदू-मुस्लिमों के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने वाले साहित्यकारों व आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
शिकायत की प्रतिलिपि गृह मंत्री भारत सरकार, मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश, राज्यपाल व पुलिस अधिक्षक सोलन को भी भेजी गई है। बजरंग दल ने आरोप लगाया है कि लिटफेस्ट के दौरान लेखिका व साहित्यकार तवलीन सिंह ने जम्मू-कश्मीर से हटाए गए अनुछेद 370 पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने बयान दिया है कि अनुछेद 370 को फिर से जम्मू-कश्मीर में लागू किया जाना चाहिए तथा केंद्र सरकार को कश्मीरियों से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट को इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करना चाहिए।मॉब लीचिंग केवल मुस्लमानों के खिलाफ हो रही है तथा पश्चित बंगाल के हिंदू परिवारों को इससे नहीं जोड़ा जा सकता है। इसके आलावा राधा कुमार ने दिया है कि कश्मीर के लोग आजादी चाहते हैं तथा भारत सरकार की तरफ से थोपे जा रहे आदेश स्वीकार नहीं हैं।
बजरंग दल ने साहित्यकार सादिया देहलवी पर भी लिटफेस्ट के दौरान विवादित बयान दिए जाने का आरोप लगाया है। बजरंग दल के प्रांत सह संयोजक पवन समैला ने आरोप लगाया है कि सादिया देहलवी ने बयान दिया है कि खुशंवत सिंह के लिए देश सीमाओं में विभाजित नहीं था। उन्हें पाकिस्तान से काफी लगाव था तथा मुस्लिम धर्म के काफी करीबी थे। वह बाबरी मस्जिद का फिर से निर्माण करवाना चाहते थे। इसी प्रकार आयोजक राहुल सिंह ने भी कहा कि पाकिस्तानी लेखक यहां आना चाहते थे, लेकिन अब हालात वैसे नहीं रहे।
बजरंग दल ने आरोप लगाया है कि तवलीन सिंह, राधा कुमार तथा सादिया देहलवी ने हिंदुओं की भावनाओं को आहत किया है। वहीं, एसपी सोलन मधुसूदन शर्मा ने कहा कि लिटफेस्ट के दौरान की गई बयानबाजी को लेकर दल की तरफ से शिकायत आई है। पुलिस द्वारा कानून के तहत कार्रवाई की जा रही है तथा जरूरत पड़ी तो मामला भी दर्ज किया जाएगा।