लोकसभा में अनुराग ठाकर और पंजाब कांग्रेस के सांसद रवनीत बिट्टू की बोलो-ठोक्कर (बहस) क्या हुई, पूरे कांग्रेसी ठाकर साब के लिए क्लेश बण गए। फेसबुक पर ऐसे हलात बणा दिए मानों बिट्टू के रूप में पहाड़ी कांग्रेसियों को भगवान मिल गया हो। दरअसल बिट्टू ने भी गिट्टू (छोटा सा पत्थर) ऐसा उछाला था कि कांग्रेसी गार्डन-गार्डन हो गए थे। बिट्टू पा जी ने ठाकर पा जी को जलन्दरिया घोषित कर दिया था।
बिट्टू पाई ने संसदीय मर्यादा को तार-तार करके तार पर लटका दिया था। तू-तड़ाक करते हुए ठाकर को नशाने पर लिया हुआ था। भड़के बिट्टू यहां तक पर्सनल हो गए कि पंजाबी में यहां तक कह दिया कि ‘ओ यार तैनू ता कोई मीटिंग विच नहीं बिठाऊंदा, तू मल्लो मल्ली ई… तैनू कोई बिठाऊंदा किसाना दी मीटिंग विच, तू वी जलंदर दा ऐं, पंजाब नाल गरदारी कर रये ओ….’ पर कांग्रेसियों को क्लेश डालने की वजह मिल गई। किसानों का मुद्दा तो कांग्रेसियों को दिखा नहीं, पर यह दिख गया कि बिट्टू ने ‘हिमाचल नू छोकरो’ को जलंदरिया बोल दिया। दे फेसबुक पर वीडियो शेयर करणे सुरु कर दिए। अब कांग्रेसी यह साबत करणे पर तुले हुए हैं कि हिमाचलियों को अकल नहीं हैं।
हम तो कब का धूमल एंड टब्बर को जलंदरिया बोलते आ रहे हैं। अब तो पंजाबी बी अनुराग ठाकर को जलंदरिया बोल रहे हैं। अब इनको कौण समजाए कि ठाकर अब कभी बी ग्लोबल बण सकता है। पहले हिमाचल नु छोकरो बणा, अब जलंदरिया मुंडा बण गया। कल को हिमाचली छैल-बाब्बो, सुंदरू-मुंदरु मुन्नू बण गया तो क्या करोगे…