संदीप शर्मा। कुल्लू
सत्ता के सेमीफाइनल में जो जनादेश लोगों ने दिया है उससे साफ हो गया है कि जयराम सरकार के काम से लोग खुश नहीं है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर खुद इस चुनाव को लीड करते रहे लेकिन लोगों ने उन्हें भी आइना दिखाकर दिल्ली को संदेश भेजा है। प्रदेश सरकार के मंत्री डॉ. रामलाल मार्कंडेय व गोविंद सिंह ठाकुर अपने-अपने हलकों में भाजपा की लाज को बचाने में कामयाब नहीं हो पाएं। इतना ही नहीं मार्कडेंय के अपने बूथ से भी कांग्रेस को लीड मिली है। ऐसे में विधायक तो विधायक मंत्रियों के कामकाज से भी लोग खुश नहीं है। ऐसे में महंगाई के साथ-साथ भाजपा के रुष्ट व दरकिनार पड़े वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने भाजपा को 2022 के लिए सोचने पर विवश कर दिया है।
प्रदेश में हुए लोकसभा उपचुनाव के बाद कई मंत्रियों के भविष्य व विधायकों के टिकट कटने का खतरा है। जिला कुल्लू की बात की जाए तो बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी व आनी के विधायक किशोरी लाल सागर को भी लोगों ने नकार दिया है। जबकि कुल्लू पहले ही भाजपा की अंदरुनी लड़ाई के चलते कांग्रेस का है। अब मंडी संसदीय क्षेत्र के लोगों को अपने ही संसदीय क्षेत्र के मुख्यमंत्री व मंत्री पंसद नहीं आ रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि इन चुनावों के दौरान जनता के लिए महंगाई भी एक काफी बड़ा मुद्दा बना रहा। जिसके कारण भी यहां जनता भाजपा के कार्यों से खुश नहीं दिखी। जिस कारण यहां जनता ने कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह का इन चुनावों में साथ दिया है। मंत्री व विधायक अपने-अपने इलाकों से भाजपा के प्रत्याशी खुशाल सिंह ठाकुर को बढ़त देने में कामयाब नहीं हो पाए। जिसके परिणामस्वरुप मंडी उपचुनावों में कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह की जीत हुई है।
मंत्री व विधायकों को टिकट कटने का खतरा
कुल्लू से अगर कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह की लीड की बात करें तो कुल्लू से प्रतिभा सिंह को 3897 मतों से बढ़त मिली। इसके साथ ही बंजार से कांग्रेस को 1878, आनी से 7043, मनाली से 1841 मतों से लीड मिली है। वहीं लाहौल जिला से भी कांग्रेस को 2147 मतों से लीड मिली है। बहरहाल इन चुनावों के नजीते आने के बाद सरकार के मंत्री व विधायकों के टिकट कटने का भी खतरा बन गया है।