देवेंद्र गुप्ता सुंदरनगर।
कोरोना माहमारी ने ठेकेदारों की तो कमर तोड़ के रख दी है। क्योंकि सरकार से आवंटित निर्माण कार्य माहमारी के कारण खासे प्रभावित हुए है। भवन और सड़क निर्माण में प्रयोग में आने वाले खनिज और अन्य सामान बाहरी बंदिशों के कारण उपलब्ध न होने के कारण निर्माण कार्य लटके पड़े है। बाहरी राज्यों से आए मजदूर अपने घरों को वापस जा चुके हैं। लोकल मजदूर न होने के बराबर है। जो है भी वह दुगने दामों पर मिल रहे है।
दूसरी तरफ हाल ही में मुख्यमंत्री द्वारा विकासात्मक कार्यो को जल्द पूरा करने के लिए सचिवालय में बैठक का आयोजन किया था। जिसका आयोजन उल्टा ही पड़ा। उसमें शरीक ठेकेदारों सहित लोक निर्माण के अधिकारी क्वारंटीन है, तो कई संक्रमित हो गए और तो इसके बाद खुद मुख्यमंत्री को ही क्वारंटीन होना पड़ा। बड़े से लेकर छोटे अधिकारी और कर्मचारी 10 दिनों से घर मे हैं। दूसरी तरफ सरकार ने टैक्स की उगाही तो तेज कर दी परंतु जो रिफंड ठेकेदारों को मिलना है वह अभी कागजों में है। ठेकेदार एसोसिएशन के अध्यक्ष केशव नायक ने सरकार से आग्रह किया है कि सभी बातों को गौर करते हुए ठेकेदारों पर पेनेल्टी डालने के बजाय उन्हें सहयोग दें। ताकि लंबित पड़े कार्यो को पूरा किया जा सके।