राजीव भनोट / चंद्रमोहन चौहान। ऊना
कोरोना काल में जहां एक ओर सरकार व प्रशासन महामारी से निपटने के लिए अनेक कदम उठा रही है। वहीं दूसरे कुछ लोग प्रदेश में लगाए गए कोरोना कफ्र्यू का उल्लंघन करते हुए चांदी कूटने में लगे हुए हैं। करोना संकट की आड़ में प्रवासियों को भी लूटने का क्रम भी जारी है। ऐसा ही एक मामला बुधवार शाम सब्जी मंडी ऊना के पास देखने को मिला। जहां पर आरटीओ विभाग ने कांगड़ा से बिहार जा रही एक प्राइवेट बस को काबू किया। बस में जहां सभी सीटों पर सवारी थी, वहीं कोरोना कफ्र्यू की धज्जियां सरेआम उड़ाई जा रही थी। आरटीओ विभाग ने बस को काबू किया और कार्रवाई करते हुए मामले जिला प्रशासन को भेज दिया।
बता दें कि आरटीओ विभाग ने सूचना मिली थी कि एक प्राइवेट बस कांगड़ा से सवारियां लेकर बिहार जा रही है। जिसके बाद बुधवार को विभाग ने सब्जी मंडी ऊना के समीप नाका लगाया हुआ था। बस को विभाग ने नाके के दौरान रोका और चेकिंग की। चेकिंग के दौरान विभगीय टीम ने पाया कि 24 सीट की बस में पूरी सवारियां भरी हुई है। कोई सोशल डिस्टेंसिंग नहीं है। परमिट दिखाने पर पता चला कि कांगड़ा प्रशासन द्वारा कुछ प्रवासियों को बिहार की अनुमति मिली थी, लेकिन इसी परमिट की आड़ में तीसरा चक्कर बिहार की ओर लगा रहा था और परमिट भी पुराना है। इसके लिए प्रवासियों से प्रति सवारी दो हजार रुपये लिए गए हैं। आरटीओ ऊना आरसी कटोच ने इस पूरे मामले में कार्रवाई की और मामला जिलाधीश ऊना राघव शर्मा को भेज दिया।
क्या कहते है आरटीओ ऊना
आरटीओ आरसी कटोच ने कहा कि सब्जी मंडी ऊना के समीप एक प्राईवेट बस को पकड़ा है, जिसमें 24 सवारियां थी। उन्होंने कहा कि मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि आरटीओ धर्मशाला द्वारा एक परमिट दिया गया था, लेकिन तीसरा चक्कर लगा रहा था। उन्होंने बताया कि डीएम एक्ट के तहत जिलाधीश ऊना को मामला भेज दिया है।