ओम शर्मा। बद्दी
बीबीएन में कोरोना मरीजों के उपचार के लिए बनाए गए कोविड सेंटर काठा में एक बेहद शर्मनाक मामला सामने आया है। यहां पर एक कोरोना मरीज की मौत होने के बाद उसके शव को शमशानघाट तक पहुंचाने के लिए कोई एंबुलेंस या गाड़ी उपलब्ध नहीं हो पाई।
हैरानी की बात है कि कोरोना से जान गंवाने वाले के शव को ट्रॉली में डालकर अंतिम संस्कार के लिए बद्दी श्मशानघाट पहुंचाया गया। इस पूरे घटनाक्रम के बाद एसडीएम नालागढ़ ने बीएमओ व नगर परिषद बद्दी के कार्यकारी अधिकारी को नोटिस जारी कर दिया है।
पता चला है कि इस घटनाक्रम पर सरकार और स्वंय मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बीबीएन के प्रशासनिक अधिकारियों की क्लास लगाई है। जानकारी के अनुसार अर्की के एक 54 वर्षीय व्यक्ति की काठा अस्पताल में कोरोना से मौत हो गई। इस व्यक्ति की तबीयत खराब होने पर अर्की से काठा अस्पताल से शिफ्ट किया गया था, जहां पर उसने मंगलवार रात को दम तोड़ दिया।
व्यक्ति कि मौत के बाद नगर परिषद बद्दी को शव सौंपा गया, लेकिन नप ने शव वाहन अन्य वाहन न भेजकर ट्राली में डाल मृतक के शव को शीतलपुर शमशानघाट तक लाया गया। परिजनों ने आरोप लगाते हुए रोष प्रकट किया है। परिजनोंं का कहना है कि इस तरह की लापरवाही करने वालों को बख्शा नहीं जाना चाहिए।
ट्रैक्टर में शव ले जाने की भयानक तस्वीर से प्रदेश सरकार व प्रशासन द्वारा किए गए पुख्ता इंतजामों की पोल खोलते हुए एक बड़ी लापरवाही है। जिससे साफ होता है कि बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ में कोरोना से निपटने के लिए स्वास्थ्य व प्रशासन के इंतजाम कहीं न कहीं दम तोड़ते और फेल होते नजर आ रहे हैं।
नगर परिषद के पास शव के अंतिम संस्कार का जिम्मा था, जिसके लिए व्यवस्था कर दी गई थी। ट्रैक्टर में शव को क्यों लाया गया, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।
-रणवीर सिंह, कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद बद्दी।मामला संज्ञान में आने के बाद जांच की जा रही है। इस संबंध में खंड चिकित्सा अधिकारी व नगर परिषद बद्दी के कार्यकारी अधिकारी को नोटिस जारी करके जबाब मांगा गया है। जो हुआ है वह गलत है। जांच और कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
– महेंद्र पाल गुर्जर, एसडीएम नालागढ़।