राजेंद्र ठाकुर। स्वारघाट
उपमंडल स्वारघाट के तहत ग्राम पंचायत टाली के गांव दगडाहन के 8 फूल उत्पादकों को कोरोना महामारी के चलते 2 वर्षों से लाखों का नुकसान झेलना पड़ रहा है।
दगडाहन गांव के फूल उत्पादकों देवी राम ठाकुर, श्याम लाल, पंकज ठाकुर, सुभाष चंद, सोहन लाल, भगवान दास, लछमन सिंह तथा उपेंद्र सिंह ने बताया कि 2 साल पहले लाखों रुपए खर्च कर ग्रीन हाउस लगाकर फूल उत्पादन का कार्य शुरू किया था जिसके लिए बैंको से लाखों रुपए का कर्जा ले रखा है।
गत वर्ष भी जब फूलों की खेती बेचने के लिए तैयार हुई तब से कोरोना कर्फ्यू शुरू हो गया जिसके चलते हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से सार्वजनिक परिवहन बंद किए जाने की वजह से फूलों को यूं ही फेंकना पड़ा था। गत वर्ष हालांकि प्रदेश सरकार द्वारा कुछ राहत भी दी गई थी जिसके चलते बैंकों को ब्याज वापस हो गया था।
इस बार यह सोच कर फूलों की खेती फिर से शुरू की थी कि पिछले साल के नुकसान की भरपाई हो सकेगी, लेकिन इस बार फिर वही बात सामने आई है।
हिमाचल प्रदेश से बाहर जाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण इस साल फिर लाखों का नुकसान उठाना पड़ा है। फसल तैयार है लेकिन बेचने के लिए कहां लेकर जाएं। हालांकि क्षेत्र के 5 फूल उत्पादकों ने इस साल फूलों के उत्पादन का कार्य बंद कर दिया है, लेकिन जिन किसानों ने इस काम को अपनाया है उनको इस साल फिर लाखों का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
इन फूल उत्पादकों ने प्रदेश सरकार से गुहार लगाई है कि इन लोगों की समस्या को मद्देनजर रखते हुए आर्थिक सहायता की जाए ताकि बैंकों के कर्ज से कुछ राहत मिल सके।