हिमाचल दस्तक। नेरचौक
कोरोना संक्रमित महिला की मौत के बाद मंगलवार सुबह अंतिम संस्कार को खुले में करने को लेकर ग्रामीणों ने विरोध किया। दाह संस्कार के लिए जब पुलिस प्रशासन चिह्नित स्थान पर पहुंच रहा था तो ग्रामीणों ने रास्ते में पत्थर रखकर उसका विरोध किया और कहा कि जिस वार्ड से महिला संबंध रखती है, उसी वार्ड में उसका दाह संस्कार होना चाहिए। पुलिस प्रशासन ने लोगों को समझाया कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति के दाह संस्कार से क्षेत्र को कोई नुकसान नहीं होता है।
कुछ देर तो लोग नहीं माने, लेकिन प्रशासन के आश्वासन मिलने पर कि इस संबंध में प्रशासन दोपहर बाद ग्रामीणों के साथ बैठक करेगा, तब ग्रामीणों ने संस्कार को करने की अनुमति प्रदान की। उसके बाद महिला का दाह संस्कार हिंदू रीति-रिवाज के साथ सुकेती खड्ड के किनारे रेडक्रॉस की टीम व समाजसेवी राजीव रूपल व हरभजन सिंह के सहयोग से किया गया। अंतिम संस्कार में महिला का पति व दोनों बेटे भी मौजूद रहे। प्रशासन की ओर से एसडीएम बल्ह आशीष शर्मा, तहसीलदार बल्ह राजेंद्र सिंह, डीएसपी अनिल पटियाल व थाना प्रभारी राजेश ठाकुर सहित चिकित्सा विभाग की टीम व अन्य कर्मचारी भी मौजूद रहे।