हिमाचल दस्तक। पधर
स्वास्थ्य खंड पधर में नेशनल हेल्थ मिशन में कार्यरत आयुष चिकित्स डॉ. सुशील ठाकुर जो कि काफी लंबे समय से सैंपलिंग में अपनी ड्यूटी दे रहे थे वे खुद कोरोना कि चपेट में आ गए। इससे पहले यह अपनी सेवाएं चार बार डीसीसीसी सेंटर में भी दे चुके हैं। बता दें कि वह इस कोरोनाकाल में सैकड़ों सैंपल ले चुके हैं और हर रोज सैंपलिंग के लिए जाते हैं।
इस समय जहां स्वास्थ्य विभाग का हर अधिकारी व कर्मचारी अपनी भूमिका निभा रहे हैं वहीं पिछले एक वर्ष से नेशनल हेल्थ मिशन के अन्य चिकित्सक और पैरा मेडिकल स्टाफ अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं जो कि डीसीसीसी सेंटर, रैपिड रिस्पांस टीम, बॉर्डर ड्यूटी, एसीएफ सर्वे हो या फिर डेटा कलेक्शन हो, ये कर्मचारी दिन रात अपनी सेवाएं पूरे तन मन धन से दे रहे हैं, परंतु बड़े खेद की बात है कि केंद्र से नेशनल हेल्थ मिशन का फंड आने के बाद भी नेशनल हेल्थ मिशन के इन कर्मचारियों को न कोई इन्सेन्टिव दिया जा रहा है ना ही इनके लिए कोई नीति बनाई जा रही । हालांकि वेतन विसंगति को लेकर भी प्रदेश सरकार व मुख्यमंत्री के समक्ष कई बार मामला उठाया गया परंतु उसका भी कोई आशाजनक परिणाम नहीं आया।