देवेंद्र सूद: गगरेट ।
जिला प्रशासन की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को आगे बढ़ाते हुए नगर पंचायत गगरेट की वार्ड नम्बर 2 की पार्षद सरोज वाला सूद ने अनोखी पहल की शुरुआत की है । वार्ड नम्बर दो में यदि कोई भी बेटी जन्म लेगी तो पार्षद 1100 रुपए की एफडीआर बतौर शगुन बेटी के नाम से देगी । ज़िला ऊना में लिंगानुपात में भारी अंतर पाया गया था जिला ऊना शिशु लिंग अनुपात में देश के 100 जिलों में शामिल था जहाँ लड़कों के मुकाबले लड़कियों की जन्म दर कम थी।
उस समय तत्कालिक ज़िलाधीश ने इस विषय पर चिंता जताते हुए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना कीशुरुआत की थी । जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आए है और अब ज़िला ऊना शिशु लिंगानुपात बेहतर स्थिति में पहुंच गया है । बेटी को बचाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा चलाई जा रह उत्कर्ष योजना से भी शिशु अनुपात में अच्छे परिणाम आने से सरोज वाला सूद ने भी निश्चय किया इस योजना में वो अपना भी आंशिक योगदान देगी ।
सरोज वाला सूद शिक्षा विभाग से सेवानिवृत है और इन नगर निकाय चुनावों में नगर पंचायत गगरेट के वार्ड नम्बर 2 से बतौर पार्षद चुनी गई है । उनके इस कार्य की क्षेत्र के लोगों सराहना कर रहे है। जिला स्तर पर नगर निकाय में बेटियों के लिए अपने स्तर ऐसी योजना करने वाली सरोज वाला सूद पहली पार्षद है। नगर पंचायत के वार्ड नम्बर दो में राजीव व लवली के घर से इस योजना की शुरूवात भी कर दी है ।
सरोज वाला ने कहा कि आज बेटियां वो हर कार्य कर रही है जो कभी पुरुष करते थे लेकिन बावजूद उसके बेटियों के जन्म पर आज भी कुछ लोग खुशियां उतनी नही मनाते जितनी को बेटे के जन्म होने पर । समाज की इस अवधारणा को बदलने के लिए समाज की ही महिलाओं को सबसे पहले पहल करनी होगी तभी इस देश मे बेटी के जन्म लेने पर हर माँ बाप खुश होंगे । मेरा ये छोटा सा योगदान इस पुनीत कार्य मे है।