हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला
राजधानी शिमला में प्रदेश सरकार के 50% ऑक्युपेंसी के साथ बसें चलाने के फैसले के बाद भी प्राइवेट और सरकारी बसें इन नियमों का पालन नहीं कर रही हैं।
आलम यह है कि शहर कि बसें 100% नहीं, बल्कि ओवरलोड होकर खचाखच भर कर चलाई जा रही हैं। ऐसे में सवारियों को खड़े होकर यात्रा करने को मजबूर होना पड़ रहा है।
बीते कई दिनों से कोरोना के मामलों में एक बार फिर से इजाफा हुआ है। वहीं हिमाचल सरकार ने थर्ड वेव को लेकर 50% क्षमता के साथ सभी बसों को चलाने का फैसला लिया था, लेकिन सरकार के निर्णय को सरकारी और प्राइवेट बसों के चालक परिचालक ठेंगा दिखाकर नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।