आशा शर्मा। घुमारवीं
ग्राम पंचायत बेहना जट्टा के तहत आने वाले गांव कलर में करीब एक दर्जन परिवारों के मकानों में दरारे आ गई हैं। तथा साथ लगती भूमि में भूस्खलन शुरू हो गया है । प्रेम लाल पुत्र बक्शी राम ,श्रवण कुमार पुत्र निक्का राम , प्रदीप कुमार पुत्र श्रवण कुमार, सुनील कुमार पुत्र प्रेमलाल, बर्फी देवी पत्नी काला राम, भगतराम पुत्र निक्का राम, कृष्ण लाल पुत्र काला राम, रमा भाटिया पत्नी शिवराम भाटिया, भगवंत कौर पत्नी प्यारेलाल भाटिया, रामलाल पुत्र बख्शी राम ने कहा कि हमारी जमीन के साथ फोरलेन के लिये कटान का कार्य चला हुआ है जिसमें बड़ी-बड़ी मशीनों के (वाइब्रेशन )कंपन होने से उनके मकानों, गौशाला रसोईघर शौचालय आदि में दरारें आ गई हैं।
वहीं कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश से भूस्खलन शुरू हो गया है। जिस से मकानों को खतरा और ज्यादा बढ़ गया है तथा साथ लगती पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थर गिर रहे हैं। उक्त लोगों ने कहा कि पिछले 2 दिनों से डर के मारे नहीं सो पा रहे हैं तथा मकान गिरने का खतरा बना हुआ है। उनका कहना है कि फोरलेन के उच्च अधिकारियों को भी मौका दिखा दिया गया है। लोगों का कहना है कि पहले वह भाखड़ा विस्थापित है तथा अब फोरलेन की जद में उनके मकान आ गए हैं तथा साथ लगती जमीन में उन्होंने मकान बनाए हैं लेकिन वह भी सुरक्षित नहीं है। मकानों में दरारे आ जाने से अब भय के माहौल में जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उन्होंने जिलाधीश से मांग की है कि इस गांव का दौरा कर लोगों को आ रही परेशानी से निजात दिलाई जाएं ताकि लोग राहत की सांस ले सकें ।
बेहना जट्टा पंचायत के प्रधान मनमोहन सिंह ने कहा कि उन्होंने प्रभावित गांव का दौरा किया तथा पाया कि मकानों में दरारें आ गई हैं तथा फोरलेन कंपनी द्वारा की जा रही कटाई के कारण भूस्खलन शुरू हो गया है। क्योंकि कुछ दिनों से लगातार बारिश से भी यह समस्या गंभीर होती जा रही है पंचायत प्रधान ने कहा कि प्रेमलाल का मकान के खतरे को देखते हुए फोरलेन कंपनी ने उस परिवार को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया है तथा खाने-पीने का प्रबंध भी कंपनी ही करेगी। उन्होंने जिलाधीश से मांग की है कि प्रभावित परिवारों की समस्या को देखते हुए उचित कदम उठाए जाएं। ज्ञात रहे कि इस गांव मे पहले भी कुछ साल पहले बरसात के दिनों में भूस्खलन हुआ था ।
वही फोरलेन कंपनी के प्रबंधक कर्नल बीएस चौहान ने बताया कि यह मामला उनके ध्यान में है लगातार हो रही बारिश के कारण सुरक्षा दीवार का कार्य नहीं हो पा रहा है । जैसे ही मौसम ठीक हो जाएगा सुरक्षा दीवार का कार्य शुरू कर दिया जाएगा तथा सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।