चंद्रमोहन चौहान। ऊना
लॉकडाउन के पहले चरण से ही बंद चल रही ऊना की सैनिक कैंटीन को भूतपूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए 8 जून से खोल दिया गया है। हालांकि आज छुट्टी के बावजूद कैंटीन खुली रही। कैंटीन में ज्यादा भीड़ न जुटे और कोरोना से बचाव के लिए तय नियमों को व्यवस्थित करने के लिए ग्राहकों को पहले ही पंजीकरण करवाना होगा और कैंटीन प्रशासन द्वारा दी गई तिथि को ही सामान दिया जाएगा।
कैंटीन परिसर में आने वाले ग्राहकों से नियमों की पालना करवाने के लिए खुद कैंटीन मैनेजर कार्यालय छोड़ फील्ड में डटे हैं। कैंटीन मैनेजर जय कारण जसवाल ने कहा कि जो लोग नियमों की पालना नहीं करेंगे, उन्हें सामान नहीं दिया जाएगा। कैंटीन के शुरू से पहले लोगों को खड़े होने के लिए बाकायदा मार्किंग की गई है। सैनिक कैंटीन खुलने से कैंटीन परिसर में चहल-पहल शुरू हो गई है। कैंटीन से सामान खरीदने के लिए किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिए आज दूसरे शनिवार की छुट्टी के बावजूद कैंटीन को लोगों की सुविधा के लिए खोला गया, जहां पर दोपहर तक सैनिक, पूर्व सैनिक व उनके परिवारों के सदस्य सामान खरीदते दिखे। जहां पर सभी को कोविड-19 नियमों का पाठ भी पढ़ाया जा रहा है।
लाइनों में एक-दूसरे के साथ खड़े लोगों को मैनेजर ने छह फुट की दूरी बनाने के लिए प्रेरित किया। सैनिक कैंटीन मैनेजर जयकरण जसवाल ने कहा कि सैनिक कैंटीन में सैनिक, पूर्व सैनिकों व उनके आश्रितों के लिए सुविधा शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए तय किए गए नियमों का पालना न करने वालों को कैंटीन से सामान नहीं दिया जाएगा।