शहनाज। अर्की
देश व हिमाचल प्रदेश सहित जिलों में कोरोना महामारी के चलते कोई भी समारोह या मेलों का आयोजन नही किया जा रहा है। केवल मात्र देवताओं की पूजा-अर्चना कर ही परंपराओं को निभाया जा रहा है।
इसी कड़ी में अर्की उपमंडल में 59 वर्षों से चल रहे अर्की अस्पताल के समीप पार्क में आज आयोजित होने वाले दंगल का कोविड-19 के चलते सांकेतिक रूप से ही मेला कमेटी के सदस्यों ने झंडा व अखाड़ा पूजन कर मनाया गया।
अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ अर्की इकाई के अध्यक्ष घनश्याम शर्मा ने बताया कि यह कुश्ती 1962 से जून माह में लोक निर्माण विभाग में कार्यरत मेट स्वर्गीय चन्द्रमनी द्वारा शुरू की गई थी, परंतु बीच में स्थानीय लोगों व प्रशासन के कुछ कारणों के चलते यह कुश्ती एक वर्ष नहीं करवाई गई। इसके पश्चात विभाग के फील्ड स्टाफ में दुर्घटनाएं होनी शुरू हो गईं, तब पुनः प्रशासन से मिलकर संयुक्त रूप से कुश्ती का आयोजन शुरू किया गया।
शर्मा ने बताया कि इस कुश्ती में हिमाचल प्रदेश के अलावा दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश ,जम्मू-कश्मीर के पहलवान भाग लेते हैं, परंतु कोविड-19 के चलते दो वर्षों से कुश्ती न आयोजित करके केवल कुश्ती की प्रक्रिया पूरी कर परंपराओं को निभाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी विधिवत रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करके और झंडा व पूजन अर्चना कर परंपराओं को निभाया गया।