विधवा पेंशन व मदर टरेसा योजना बनेगी सहारा
डीसी संदीप की पहल पर बना बोनाफाइड, मिली विभागीय मदद
जि़ला प्रशासन देगा 25 हज़ार की मदद
9 साल की बेटी सेरीब्रल पेलसी से है पीड़ित
हिमाचल दस्तक, संतोष कौशल/राकेश। अंब
पति की मौत के बाद पंजाब छोड़कर अपने मायके रहने आई सुमन की मदद को जिला प्रशासन ऊना आगे आया है। उपमंडल अंब के लडोली ग्राम पंचायत निवासी सुमन स्वयं भी बीमार रहती है और उसकी 9 साल की बेटी सेरीब्रल पेलसी (मस्तिष्क पक्षाघात) नाम की बीमारी से पीड़ित है और चल फिर भी नहीं पाती। असहाय मां के पास अपनी बीमार बेटी की देखभाल के लिए आय का कोई साधन नहीं है। उपायुक्त ऊना संदीप कुमार ने इस पीड़ित व जरूरतमंद परिवार की मदद के लिए पहल की और उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं से लाभान्वित करने का जिम्मा उठाया।
डीसी की पहल के बाद सुमन से प्रदेश सरकार की विधवा पेंशन योजना के तहत आवेदन करवा दिया गया है। साथ ही सुमन की बेटी का नाम दिव्यांगता पेंशन के लिए भी दिया गया है, जिसमें उसे प्रतिमाह 1500 रुपए मिलेंगे। इसके अलावा मदर टैरेसा पेंशन योजना के तहत प्रतिवर्ष 6000 रुपए की आर्थिक मदद बेटी के भरण पोषण के लिए सुमन को प्रदान की जाएगी। यह राशि बेटी के 18 वर्ष की आयु होने तक प्रदान की जाएगी। इस योजना के लिए भी विभाग में आवेदन कर दिया गया है। साथ ही बेटी को प्रदेश सरकार की सहारा योजना में भी पंजीकृत कर दिया गया है। इस योजना के तहत प्रदेश सरकार गंभीर रोगों के ग्रसित मरीजों को प्रतिमाह 2000 रुपए की पेंशन प्रदान करती है। जिला प्रशासन की ओर से परिवार को 25 हजार रुपए की आर्थिक मदद देने का भरोसा दिलाया गया, जिसमें से 10 हज़ार रुपए की पहली किश्त दे दी गई है।
जिला प्रशासन दे रहा भरपूर मदद
इस बारे में उपायुक्त संदीप कुमार ने बताया कि लगभग दो महीने पहले सुमन उनसे आर्थिक मदद मांगने उनके कार्यालय आई थी। उन्होंने बताया कि वह ठीक से बात भी नहीं कर पा रही थी। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए उन्होंने सुमन के घर जाकर हालात का जायजा लेना तय किया। वह 29 अगस्त को लडोली में पीडि़त परिवार से मिले और मामले की गंभीरता को समझा। उन्होंने जरूरतमंद परिवार को जिला प्रशासन की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
सुमन के हिमाचली बोनाफाइड दस्तावेज बनाने में कुछ वक्त लगा क्योंकि वह पंजाब में अपने पति का घर छोड़ कर मायके में रहने के लिए आ गई थी। लेकिन अब सभी दस्तावेज़ पूरे करने के बाद सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से उसके परिवार की मदद करने का प्रयास किया जा रहा है। कई स्कीमों के अंतर्गत आवेदन कर दिया गया है और जल्द ही उन्हें इन योजनाओं के तहत आर्थिक मदद मिलना आरंभ हो जाएगी। इस बारे में ग्राम पंचायत लडोली की प्रधान शशिबाला ने बताया कि परिवार बेहद गरीब है और जिला प्रशासन ने उनकी मदद के लिए काफी तत्परता दिखाई है। उन्होंने कहा कि पंचायत की ओर से भी जरूरतमंद परिवार की सहायता करने का भरपूर प्रयास किया जा रहा है।