एजेंसी। नई दिल्ली
दवा कंपनी मायलन को भारतीय औषध महानियंत्रक (डीसीजीआई) से तपेदिक (टीबी) के इलाज की दवा प्रेटोमैनिड के लिए अनुमति मिल गई है। इसे विशेष रूप से बीमारी के इलाज के लिए दवा-प्रतिरोधक के रूप में विकसित किया गया है। मायलन ने कहा कि डीसीजीआई ने प्रेटोमैनिड को राष्ट्रीय तपेदिक उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत सशर्त पहुंच की अनुमति दी है। मायलन शुरुआत में एनटीईपी को इस दवा के 400 कोर्स मुफ्त उपलब्ध कराएगी। कंपनी इसके अलावा एनटीईपी को यह दवा वाणिज्यिक रूप से भी उपलब्ध कराएगी। छह माह के इलाज के लिए यह दवा 364 डॉलर की बैठेगी।
कंपनी ने कहा है कि प्रेटोमैनिड का विनिर्माण घरेलू और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला दोनों के लिए किया जाएगा। मायलन के अध्यक्ष राजीव मलिक ने कहा, भारत में प्रेटोमैनिड को मंजूरी से यह दवा कम कीमत पर सुलभ होगई।इस मंजूरी से टीबी के इलाज को लेकर यह हमारी प्रतिबद्धता में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि मायलन और टीबी अलायंस को दो देशों में प्रेटोमैनिड के लिए मंजूरी मिल चुकी है।