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एसडीएम ने तहसीलदार की देखरेख में मौके पर भेजी वॉलंटियर की टीम, महिला का करवाया अंतिम संस्कार
अजय सहगल। कांगड़ा
रानीताल में एमसी कांगड़ा के वॉलंटियर की टीम द्वारा शनिवार को एक महिला का अंतिम संस्कार तहसीलदार कांगड़ा की देखरेख में करवाया गया। गौरतलब है कि कोविड की पुष्टि न होने के बावजूद न तो घर और न ही गांव से कोई आगे आया।
एसडीएम कांगड़ा अभिषेक वर्मा ने बताया कि जैसे ही प्रशासन को इस मामले की सूचना मिली, उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए अपनी वॉलंटियर की टीम को तहसीलदार की देखरेख में घटनास्थल पर भेजा और उस महिला अंतिम संस्कार करवाया। उन्होंने कहा कि लोगों का इस तरह का व्यवहार अमानवीय है। यह समय एक-दूसरे से दूर भागने का नहीं, अपितु आगे आकर एक-दूसरे की सहायता करने का है। उन्होंने कहा कि लोगों के मन में कोरोना पॉजिटिव के दौरान होने वाली मृत्यु के प्रति जो डर बना है, उस डर को प्रत्येक व्यक्ति अपने मन से निकाले।
कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए हम प्रत्येक ऐसे व्यक्ति को जिसकी कोरोना से मृत्यु हुई है, उसे उसके हक की अंतिम विदाई दे सकते हैं। इसके लिए प्रशासन आपका पूरा सहयोग कर रहा है।
गौरतलब है कि पिछले कल भी कांगड़ा उपमंडल की रानीताल के साथ लगती पंचायत भंगवार में महिला की मौत के बाद जो समाज का अमानवीय चेहरा सामने आया था, उसकी पूरे प्रदेश मे भारी निंदा हुई थी, परंतु आज एक ही दिन बीतने के उपरांत रानीताल में फिर उसी तरह की घटना की पुनरावृत्ति हुई।
यहां भी क्षेत्र के लोगों ने मृतका व उसके परिवार से मुंह फेरते हुए किनारा कर लिया। लोगों में संवेदनहीनता इस कद्र पनप कर विकराल रूप धारण कर चुकी है कि अब किसी के जीने अथवा मरने का किसी को कोई सरोकार नहीं रह गया है। इसीलिए प्रशासन ने निर्णय लिया है कि किसी भी कोरोना पॉजिटिव होने वाले व्यक्ति की मृत्यु के अंतिम संस्कार को प्रशासन अपनी देखरेख में करवाएगा। इसके लिए उन्होंने एक कमेटी का गठन किया है।
यदि परिवार व समाज वाले आगे नहीं आते हैं, तो ऐसे लोगों का अंतिम संस्कार एसडीएम कांगड़ा द्वारा गठित वॉलंटियर टीम कर रही है। एसडीएम अभिषेक वर्मा ने लोगों से अपील की ही कि लोग भी अपने मन से इस डर को निकालें और एक-दूसरे की सहायता के लिए आगे आएं।