चंद्रमोहन चौहान, ऊना:
विस क्षेत्र हरोली के तहत बाथू स्थित एक उद्योग से 80 कामगारों को बेवजह काम से निकालने पर मिडास केयर वर्कर्स यूनियन बाथू उग्र हो गई है। शुक्रवार को कामगारों ने इंटक के बैनर तले मिनी सचिवालय के खिलाफ उद्योग व केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रोष जताया।
वहीं इंटक नेता कामरेड जगतराम शर्मा की अगुवाई में एडीसी ऊना अरिंदम चौधरी से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर मिडास केयर वर्कर्स यूनियन के प्रधान जसविंद्र भी मौजूद रहे। कामरेड जगत राम का कहना है कि बाथू स्थित उद्योग में काम कर रहे 80 कामगारों को एक फरवरी से निकालने के लिए ठेकेदार ने फरमान भी जारी कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि ठेकेदारों के अंडर कंपनी में 2 से 7 वर्ष तक काम करने वाले कामगारों को श्रम कानूनों को ताक पर रखकर निकाला जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि श्रम विभाग उद्योग प्रबंधकों से मिलीभगत के चलते सन् 2014 से 2020 तक हुए समझौते का लागू करवाने में विफल रहा है। उन्होंने कहा कि कामगारों को काम से निकालने बारे भी श्रम विभाग की शिकायत की गई, लेकिन 2 बैठकों के बाद भी श्रम विभाग ने श्रम नियमानुसार उद्योग पर कोई कार्रवाई नहीं की है।
उन्होंने कहा कि अचानक काम से निकालने पर कामगारों के परिवार प्रभावित होंगे। यूनियन ने कहा कि 80 कामगारों को काम निकालने बारे कंपनी व श्रम विभाग की मिलीभगत कार्रवाई पर विराम लगाने के आदेश जारी करें। इस अवसर पर नरेश ठाकुर, गणपति गौतम, जसविंद्र, विजय राणा, संजय, जसपाल, वंदना देवी, किरणा देवी, किरण, शामा देवी, परमजीत, राजकुमार सहित अन्य उपस्थित रहे।