नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा परिसर में मंगलवार को प्रदर्शनकारियों का एक समूह सुरक्षा घेरा तोड़कर अंदर आ गया और कथित तौर पर राष्ट्रीय राजधानी में की जा रही गंदे पानी की आपूर्ति के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगा। हाथों में तख्तियां लिए प्रदर्शनकारी सुरक्षा घेरे को चकमा देकर किसी तरह अंदर आ गए। बाद में उन्हें विधानसभा परिसर से निकाला गया।
विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने इस घटना को भाजपा का हुड़दंग करार देते हुए आरोप लगाया कि इसके पीछे विजेंद्र गुप्ता का हाथ था। शीत सत्र के दूसरे दिन सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ गुप्ता ने प्याज के दामों में बढ़ोतरी पर चर्चा की मांग कर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पेश करने की कोशिश की, जिसे अध्यक्ष ने ठुकरा दिया। विपक्षी सदस्य द्वारा पेश प्रस्ताव को खारिज किए जाने के बाद गोयल ने सदन को बताया कि एक दुर्भाग्यपूर्ण वाकया हुआ जब विधानसभा परिसर में 10-15 महिलाओं के समूह ने प्रदर्शन करने की कोशिश की।
गोयल ने सदन में आरोप लगाया कि महिला प्रदर्शनकारियों को विधानसभा परिसर में लाकर हुड़दंगई की गई और विपक्षी नेता ने ऐसा किया। अध्यक्ष ने कहा, विजेंद्र गुप्ता में अगर दम होता तो वह (विधानसभा परिसर में प्रदर्शन के लिए)10-20 बच्चों को लाते। इन आरोपों के बाद कुछ सत्ताधारी आप विधायक अध्यक्ष के आसन के सामने आ गए और विपक्षी सदस्यों से उनकी तीखी नोकझोंक हुई। इस बीच गुप्ता अध्यक्ष के आसन के पास पहुंच गए और कथित तौर पर शहर में आपूर्ति किए जा रहे गंदे पानी पर चर्चा की मांग गी।
गोयल ने गुप्ता को वापस अपनी सीट पर जाने को कहा, ऐसा नहीं करने पर उन्होंने उनके खिलाफ सख्त कार्वाई की चेतावनी दी। नेता विपक्ष जब नहीं माने तो गोयल ने मार्शलों से उन्हें सदन से बाहर करने को कहा। अध्यक्ष के फैसले के विरोध में भाजपा के दूसरे विधायक – मनजिंदर सिंह सिरसा, ओम प्रकाश शर्मा और जगदीश प्रधान – भी बहिर्गमन कर गए। बाद में चारों भाजपा विधायकों ने गले में प्याज की माला पहनकर दामों में इजाफे के खिलाफ प्रदर्शन किया।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का काफिला जब विधानसभा से रवाना हुआ तो विश्वास नगर से भाजपा विधायक ओ पी शर्मा ने उन्हें प्याज की माला दिखाई। परिसर के अंदर तैनात सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों से पहले कहा गया कि वे अपना पास बनवाएं लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और बैरीकेड के पास इंतजार करने लगे। अधिकारी ने कहा जब किसी वाहन को रास्ता देने के लिए बैरीकेड हटाया गया तो अचानक प्रदर्शनकारी परिसर के अंदर घुस गए और नारेबाजी करने लगे। उन्हें बाद में परिसर से बाहर निकाला गया।