जय प्रकाश। संगड़ाह
लोक निर्माण विभाग मंडल संगड़ाह के अंतर्गत 3 करोड़ 28 लाख की लागत से निर्माणाधीन जंदरायण-सनग मार्ग के बीचो-बीच बनाए गए कच्चे मकान अथवा अवैध ढारे को हटाने में विभाग की टीम दूसरी बार भी नाकाम रही।
दल बल के साथ जेसीबी लेकर कब्जा हटाने गई विभाग की टीम को उल्टे पांव लौटाने वाले कब्जाधारक को अधिशाषी अभियंता संगड़ाह द्वारा अब सोमवार को उनके ऑफिस में बुलाया गया है तथा इस सड़क से लाभान्वित होने वाले ग्रामीणों को भी आने को कहा है। चतर सिंह, सुरेश, रामानंद, नेत्र सिंह व दुर्गा दत्त आदि ग्रामीणों ने बताया कि, शुक्रवार को लोक निर्माण विभाग के एसडीओ तथा थाना प्रभारी संगड़ाह की टीम नाबार्ड के तहत बन रही सड़क पर किए गए अतिक्रमण को हटाने दूसरी बार पहुंची, मगर बिना अवैध ढांचा हटाए लौट आई।
गौरतलब है कि, नागरिक उपमंडल संगड़ाह में पिछले एक दशक से सड़क अथवा सरकारी भूमी से कोई भी अवैध कब्जा नहीं हटा है। इस बीच लोक निर्माण विभाग द्वारा हालांकि, अवैध कब्जे साबित होने पर नवंबर, 2017 मे 37 लोगों के बिजली व पानी के कनेक्शन काटने के लिए संबंधित विभाग को लिखा गया था, मगर इनमे से केवल तीन पेयजल कनेक्शन अब तक कटे हैं। गांव अंधेरी मे लोक निर्माण विभाग की 1 बीघा 4 बिस्वा भूमि अथवा सड़क पर अवैध कब्जे संबंधी रिपोर्ट तहसीलदार अधिशाषी अभियंता संगड़ाह को भेज चुके हैं, मगर कब्जे हटाने संबंधी प्रक्रिया लंबित है।
अधिशाषी अभियंता संगड़ाह रतन शर्मा ने बताया कि, शुक्रवार को दूसरी बार जंदरायण-सनग मार्ग पर कब्जा हटाने गई विभाग की टीम को अवैध कब्जा धारक ने ढारा नहीं गिराने दिया। उन्होंने कहा कि, सोमवार को अतिक्रमणकारी तथा लाभान्वित ग्रामीणों को उन्होंने अपने कार्यालय में बुलाया है। उन्होने कहा कि, क्षेत्र मे साबित हो चुके अन्य अवैध कब्जों को लेकर भी नियमानुसार कार्यवाही की जा रही।