हरीश चौहान। गोहर
शिकारी देवी और बड़ा देव कमरुनाग परिक्रमा की महायात्रा पर निकले आराध्या देव शैटीनाग कमरुनाग की कुमराह धार में पहुंच गए हैं। जहां देवता देव कमरुनाग के दरबार में शीश नबाजी कर शिकारी देवी के द्वार की ओर प्रस्थान करेंगे। सात दिवसीय यात्रा पर निकले देव शैटीनाग के दीदार के लिए श्रद्धालु घरों से निकल कर देवता से आशीर्वाद पाने को बेताब दिख रहे हैं। वहीं यात्रा के पड़ाव दर पड़ाव आराध्य देव व उनके देवलुओं की आवभगत के लिए श्रद्धालु आगे बढ़कर हामी भरते थक नहीं पा रहे हैं। यहां तक कि भक्तजन यात्रा के दौरान रास्ते में हो रहे ठहराव की व्यवस्था के साथ साथ गर्मजोशी से स्वागत कर रहें हैं।
मुख्य कारदार हिम्मत राम ठाकुर ने कहा कि शिकारी देवी और देव कमरुनाग की महायात्रा पर पैदल निकले देव शैटीनाग के साथ चले कामी धामियों के लिए किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। सारे देवलू देवता के आदेश से खुश हैं और देवता के साथ कदम से कदम मिलाकर महायात्रा में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहें हैं। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान जगह जगह पर भक्तजन किसी भी प्रकार की कमी खलने नहीं दे रहे हैं।
कमरुनाग यात्रा के बीच कुमराह से थोड़े पीछे भक्त के घर चायपान के आयोजन में देवता व देवलू