राजेश कुमार। धर्मशाला
जंगली जानवरों, सूअरों और बेसहारा पशुओं द्वारा खेती को तहस-नहस करने से परेशान किसान अब मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत अपने खेतों की बाड़बंदी करवाकर पुन: खेतीबाड़ी की ओर रुख कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत वर्ष 2019-20 में जिला कांगड़ा के 784 किसानों की जमीन पर 10.31 करोड़ रुपये व्यय कर 126843 मीटर लंबी सोलर बाड़बंदी करवाई गई। योजना के तहत सोलर बाड़बंदी के अतिरिक्त कांटेदार तारों और चेनलिंक बाड़बंदी पर 50 प्रतिशत, कंपोजिट फेंसिंग पर 70 प्रतिशत जबकि सोलर फेंसिंग के लिए 85 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है।
कांगड़ा एयरपोर्ट के नजदीक कुठमां के रहने वाले राजेंद्र कुमार, जो पंचायत प्रधान भी हैं, ने बताया कि पिछले 8-10 वर्षों में उनकी जमीन बंजर हो गई थी। जंगली जानवर जिनमें सूअर, बंदर तथा लावारिस पशु उनकी जमीन पर कोई फसल नहीं होने देते थे। तंग आकर उन्होंने अपनी जमीन पर खेतीबाड़ी करना छोड़ दिया।
अब प्रदेश सरकार के कृषि विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के बारे में जानकारी मिलने पर उन्होंने विभाग से इस योजना से संबंधित जानकारी प्राप्त की। इस पर उन्होंनेे करीब 10 कनाल जमीन पर 320 मीटर क्षेत्र में सोलर बाड़बंदी करवाई। इस पर कुल 358543 रुपये खर्च हुए, जिसमें उन्होंने अपने शेयर के रूप में 107562 रुपये दिए जबकि कृषि विभाग से उन्हें 250980 रुपये का उपदान मिला।