राजीव भनोट। ऊना : राजनेता दौरे करे और हलचल न हो, ऐसा हो नहीं सकता। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल अपनी बाकपटूता के लिए जाने जाते हैं। धूमल सीधी बात करते हैं और जहां अपनों को नसीहत देनी की बात हो, तो भी पीछे नहीं हटते। ऊना में धार्मिक कार्यक्रम में शिरकत धूमल ने की, तो वहीं उन्होंने कुछ मसलों पर अपनी बात ऐसी रखी कि उससे राजनीति गरम हो गई।
कांग्रेस ने हाथो-हाथ धूमल के अवैध खनन की टिप्पणी को उठा लिया और सरकार पर इसी बहाने साध दिया। तो वहीं मीडिया रिपोर्ट में धूमल की बात प्रमुखता से आने के बाद अवैध खनन पर लगाम लगाने के लिए जिला प्रशासन ने भी एक बैठक लंबे चौड़े अधिकारियों के साथ कर दी। बकायदा इस बैठक में डीसी ऊना ने सभी विभागों को अवैध खनन पर डंडा चलाने के निर्देश भी दे दिए।
प्रेम कुमार धूमल के कथन का असर कहे या दवाब कि अब दोनों ओर से बेटिंग होने लगी है। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री आक्रमक मूड में है, तो वहीं सरकार के लिए प्रशासन फ्रंटफुट पर आया है। मुकेश अग्रिहोत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल की यह दलील कि खनन माफिया से सरकार की बदनामी हो रही है और लालची स्वार्थ के लिए स्वां तटीयकरण योजना को नुक्सान पहुंचा रहे है। कहना जाहिर करता है कि मामला हद से आगे बढ़ गया है।
मुकेश ने कहा कि हम तो अरसे से मामले को बेनकाब करते आए हैं, लेकिन इस दफा चिंगारी अंदर से सुलगी है और धूमल ने सही फरमाया है। उन्होंने कहा कि हमने तो मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को खत भी लिखा था। फोटो और विडियो भी भेजे, लेकिन उन्होंने राजनैतिक विरोधी मानते हुए शायद उन्हें रद्दी की टोकरी में डाल दिया। अब धूमल की खनन दिल्ली में धूनी रमाए, मुख्यमंत्री के कानों तक पहुंची होगी। पाप का घड़ा भर चुका है। मुख्यमंत्री का खौफ दिखा माफिया का साम्राज्य देर तक नहीं चलेगा। जिला पुलिस कप्तान के तबादले से पहले सरकार को धूमल के प्रवचन सुन गए होंगे।
धूमल ने कहा कि प्रशासन एक्शन करें। एसपी अगर खनन पर एक्शन करते तो आधे घंटे में खननकारी जिला से बाहर होते। प्रशासन फेवीकोल लगा कुर्सियों पर दुबका है। मुख्यमंत्री, सिंचाई मंत्री व उद्योगमंत्री सबके संज्ञान में है। मुकेश ने कहा कि कुछ तो है, सब मौन है। मुकेश ने कहा कि स्वां परियोजनाएं 1350 करोड़ से मक्कमल होगी। प्रोजेक्ट में भाजपा या धूमल साहिब श्रेय लें, इस पर मतभेद रहेगा। हमने भी इसके लिए प्रयास किए हैं, लेकिन हम प्रेम कुमार धूमल के इस बात से सहमत है कि यह अकेला प्रोजेक्ट प्रदेश को अन्न प्रदान कर सकता है।
मुकेश ने कहा कि शायद यही नारा है कि जिले रहना है, तो खननकारियों को सलाम कहना है। मुकेश ने कहा कि धूमल बोले है, तो बात दूर तल्क तक जाएगी। उन्होंने कहा कि धूमल ने बिल्कुल सही बात कही है। मुकेश ने तो सोशल मीडिया पर प्रेम कुमार धूमल का विडियो डाल सरकार पर अपनी भडास निकाली ही। वहीं जिला प्रशासन ने भी जिला के मुखिया डीसी के कार्यालय में एक उच्च स्तरीय बैठक कर खनन पर नुकेल डालने का प्रण ले लिया।
अब देखना यह है कि धूमल दौरे के बाद सियासत के इस माहौल में उठी चिंगारियों को कैसे शांत किया जाता है। फिलवक्त तो भाजपा की ओर से मोर्चा संभालते हुए उद्योग निगम के उपाध्यक्ष प्रो. राम कुमार ने जरूर अवैध खनन की तोप नेता प्रतिपक्ष की ओर चलाने का काम किया है।
मुकेश ने खुद दिया है अवैध खनन को संरक्षण
प्रो. राम कुमार ने कहा मुकेश अग्निहोत्री को अपने ही दिन याद आ रहे हैं, जब उन्होंने खुद प्रदेश के खनन मंत्री रहते हुए एक हाथ से खनन की लीजे बांटी। उन्होंने बताया कि बिक्रम ठाकुर स्वयं यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि प्रदेश में किसी भी स्थान पर अवैध खनन नहीं होना चाहिए, जिसके लिए उन्होंने स्वयं अनेकों बार निरीक्षण कर जयराम सरकार के माफिया के प्रति सख्त रुख का संदेश देने की एक सकारात्मक पहल की है। मुकेश को यह भी याद रखना चाहिए की उनके कार्यकाल में सरेआम दिन के उजाले में नाक के तले जेसीबी व पोकलेन मशीनों से अवैध खनन कर स्वां नदी का सीना छलनी किया जाता रहा।