शिमला:
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार ने आईजीएमसी और टांडा मेडिकल कालेजों समेत प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। सोमवार को अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने समीक्षा बैठक कर अस्पताल प्रबंधनों को ये निर्देश दिए। हालांकिचीन से हिमाचल वापस आ रहे लोगोंं में वायरस के लक्षण नहीं पाए हैं, लेकिन राज्य स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक आईजीएमसी और टांडा मेडिकल कॉलेज में आइसोलेशन वार्ड पहले ही बना दिए हैं, जबकि जिला अस्पतालों में भी एन95 मास्क समेत गलब्ज उपलब्ध हैं। हालांकि हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित एक भी मामला नहीं है, लेकिन इसकी गंभीरता को देखते हुए सरकार ने पहले ही अलर्ट के साथ एडवाजयरी भी जारी कर दी थी। ऐहतियात के तौर पर हिमाचल ने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि बौद्ध धर्मगुरु दलाईलामा की शरणस्थली मैक्लोडगंज आने वाले लोगों की जानकारी सरकार के साथ साझा करने को भी कहा गया।
प्रदेश सरकार ने मैक्लोडगंज में आउटपोस्ट स्थापित करने का भी फैसला किया, जहां विदेशों से आने वाले लोगों का पंजीकरण होगा और जरूरत पड़ी तो जांच भी की जाएगी। प्रोजेक्ट डायरेक्टर एनएचएम डॉ. सोनम नेगी ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर हिमाचल में अभी कोई मामला नहीं हैं, फिर भी अस्पतालों को सतर्क रखा गया है।
बुखार, गला दर्द और खांसी को न लें हल्के में
आम लोगों को जारी एडवायजरी के तहत जो भी चीन या प्रभावित देशों से आए हैं और उन्हें हल्का बुखार कोरोना वायरस के लक्षण हैं तो उन्हें घर में ही आइसोलेट किया जाए। जो लोग चीन से होकर पिछले 15 दिनों में आए हैं, उनके लिए राज्य सरकार ने 104 हेल्पलाइन शुरू कर दिया है। डॉक्टरों की टीम घर पहुंचकर उनके सैंपल लेगी। जब तक सैंपल पॉजिटिव नहीं पाए जाते तब तक उन्हें अस्पताल शिफ्ट नहीं किया जाएगा।