संधोल में तबादले को लेकर रोष, चैफ कटर के गड़बड़झाले में किया था खुलासा, कई बड़े अधिकारियों पर गाज गिरने की आशंका
दिनेश ठाकुर। संधोल : भ्रष्टाचार उजागर करने वाले डॉक्टर को तबादला इनाम के तौर पर मिला है। दरसअल संधोल पशु चिकित्सालय में तैनात डाक्टर विनोद कुमार बौद्ध के आखिर तबादला आदेश कर सरकार ने टोका मशीनों चैफ कट्टर के गड़बड़झाले को उजागर करने का इनाम दे ही दिया। जिससे संधोल क्षेत्र में उनके तबादले को लेेकर रोष प्रकट किया गया है।
संधोल पशु चिकित्सालय में तैनात डाक्टर विनोद कुमार बौद्ध जब से संधोल में तैनात हुए तब से अपने काम के प्रति लगन व चिकित्सालय में किए अनेक सुधारों से सुर्खियों में आ गए। तब से ही डॉक्टर राजनीतिक रसूख रखने वालों की नजर में भी आ गए। डॉक्टर बौद्ध का तबादले का मुख्य कारण 23 टोका मशीनों चैफ कट्टर जो सरकार ने किसानों को सब्सिडी पर संधोल पशु चिकित्सालय भेजे थे वह लाभार्थियों के बजाए चेहते लोगों को आबंटित कर दिए कर दिए गए। जिसका विभाग ने रिकॉर्ड भी व्यवस्थित नहीं किया ।
इसके आरोप संधोल में उस वक्त तैनात फ ार्मासिस्ट पर लगे हैं। इतना ही नहीं अब टोका मशीनों के गड़बड़झाले में कुछ उच्च अधिकारियों पर भी जांच की गाज गिरने की आंशका है। 2013-14 में हुए टोका मशीनों के गड़बड़झाले में 18 हाथ से चलित व 5 स्वचलित मशीनें जो किसान लाभार्थियों को आंबटित नहीं की गई हैं। इसका रिकार्ड 2018 में तैयार किया गया था। इसको उजागर करने वाले डाक्टर बौद्ध ही हैं।
एफआईआर दर्ज क्यों नहीं
पशु विभाग ने सदेंह के घेरे में आए फ ार्मासिस्ट के खिलाफ न तो एफ आईआर दर्ज की न ही विभागीय कार्यवाही की गई है। जबकि इसके विपरित उस कर्मी की शिकायत पर तीन सदस्यों की कमेटी बना कर जांच बैठा दी। तीन सदस्यों की कमेटी के समांतर 16 अक्तू बर को इस गड़बड़झाले के तमाम सबूतों को रखा गया है। परंतु इस जांच में उच्च अधिकारियों का भी नाम आ रहा है। अब सरकार ने डाक्टर का तबादला चिडग़ांव शिमला कर दिया है। इससे पहले भी कुछ कर्मचारियों ने डाक्टर पर काम ज्यादा करवाने का आरोप भी लगाया था।
जिसका संधोल के तमाम महिला मंडलों व पंचायतों के प्रतिनिधियों ने विरोध किया था तथा लोगों ने इसके विरूद्ध एक रैली निकाल कर एसडीएम धर्मपुर को ज्ञापन सौंपा था कि डाक्टर विनोद कुमार बौद्ध पर लगाए तमाम आरोप मात्र झूठ का पुलिंदा है। एसडीएम के माध्यम से सरकार को भेजे ज्ञापन में डाक्टर का जांच तक तबादला न करने की गुहार लगाई थी। इसके बावजूद भी उन पर तबादले की गाज गिराई गई। 23 टोका मशीनों के गड़बड़झाले का मामला विस में भी उठ चुका है जिस पर पशुपालन विभाग मंत्री ने जांच करवाने का आश्वासन दिया है।
रेनोवेशन के कार्य में की लापरवाही
वहीं पश चिकित्सालय संधोल के कार्यालय के रेनोवेशन के लिए 6.28 लाख रूपये लोनिवि में आए थे जिसका कार्य स्थानीय ठेकेदारों द्वारा किया गया है। उसमें भी लापरवाही से कार्य करने का आरोप डाक्टर द्वारा लगाए गए थे जिसको लेकर भी डाक्टर विनोद कुमार बौद्ध ने उच्च अधिकारियो को अवगत करवाया गया था। जिस कारण भी इस तबादले के राजनीतिक दवाब भी कारण माना जा रहा है जिसका स्थानीय लोगों में विरोध है।
महापंचायत व सोहर के प्रधान प्रेम चंद गुलेरिया ने इस तबादले को राजनीति से प्रेरित करार दिया है। वहीं संधोल सेवा विकास एवं कल्याण समिति के अध्यक्ष मान सिंह ने कहा कि सरकार को पहले ही एसडीएम के माध्यम से डाक्टर के तबादला जांच तक नहीं करने की गुहार लगाई गई थी फि र भी तबादला कर दिया गया है। वह राजनीति से प्रेरित है। सरकार अपने चेहतों को बचाना चाहती है।
क्या कहते हैं अधिकारी
जांच अधिकारी एसबीओ जोगिंद्रनगर डॉ. अनीश ने कहा कि जो जांच की गई है उसे अगस्त माह में निदेशालय शिमला भेज दिया है। आगे की कार्यवाही उच्च अधिकारियों की है। वहीं उप निदेशक पशुपालन विभाग मंडी विशाल शर्मा ने कहा कि मामले की जांच के लिए कमेटी गठित हुई है। ज्यादा जानकारी वही दे सकते हैं। वहीं नि़देशक डॉ. स्वदेश चौधरी पशुपालन विभाग शिमला ने कहा कि इस मामले में वह फोन पर कोई जानकारी नहीं दे सकते हैं।