प्रदेश सरकार ने डॉक्टरों के 600 पद भरने के लिए बदले नियम, पहले पढ़ाई पूरी होने तक खाली रहता था पद
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला : प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टरों की भर्ती के लिए नियमों में बदलाव किया है। इससे डॉक्टरों के 600 पदों को भरने का रास्ता साफ हो गया है। पीजी और सीनियर रेजिडेंट के लिए जाने वाले डॉक्टरों के पदों को अब तुरंत भरा जाएगा। एमबीबीएस डॉक्टर का चयन जब पीजी या सीनियर रेजिडेंट के लिए हो जाएगा, तो उसके पोस्ट को खाली माना जाएगा। यानि विभाग चयन के तुरंत बाद खाली पदों को भर सकेगा।
अभी तक डिग्री पूरी होने के बाद इन पदों को भरा जाता था। सरकार की मंजूरी के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। स्वास्थ्य निदेशालय ने सभी जिलों के सीएमओ से खाली पदों को ब्योरा मांगा है। इसमें ये भी पूछा गया है कि किस जिले से कितने डॉक्टर पीजी और सीनियर रेजिडेंट करने के लिए गए हैं। जिलों से यह सूचना आने के बाद राज्य लोक सेवा आयोग के माध्यम से खाली पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टरों के 2461 पद सृजित है। इनमें से 1241 पद खाली हैं। केवल 1400 पद ही भरे हुए हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने कहा कि हर तीन साल बाद 600 डॉक्टर पीजी करने के लिए जाते हैं। इसके चलते एक साथ 600 डॉक्टरों की शॉर्टेज हो जाती है। नई व्यवस्था के तहत यह दिक्कत नहीं होगी। हर तीन साल बाद पीजी करने के लिए राज्य से 600 डॉक्टर जाते हैं। अभी तक इनके पदों को भरा हुआ माना जाता है।
डिग्री पूरी होने के बाद जब इनकी प्लेसमेंट हो जाती है और वह विभाग को इसकी सूचना देते हैं तब इन पदों को भरने के लिए प्रक्रिया शुरू की जाती थी। नई व्यवस्थाओं में ये सारी चीजें खत्म कर दी गई है। हर तीन साल बाद पीजी और सीनियर रेजीडेंट के लिए डॉक्टरों का 300-300 का बैच जाता है।