जीवन ऋषि, धर्मशाला
हिमाचल के सबसे बड़े जिला कांगड़ा ने गुड गवर्नेंस में ऊंची उड़ान भरी है। गुड गवर्नेंस इंडेक्स में कांगड़ा को पहला इनाम मिला है। पिछले साल इसमें कांगड़ा को सातवां स्थान मिला था। मंडी जिला में हुए कार्यक्रम में सीएम जयराम ठाकुर ने कांगड़ा के उपायुक्त डा निपुण जिंदल को सम्मानित करते हुए उनकी समूची टीम को बधाई दी। शांत तरीके से काम करने वाले डा निपुण जिंदल व उनकी टीम ने गुड गवर्नेंस में यह मुकाम पाया है।
इसके लिए पूरे प्रदेश में उनकी सराहना हो रही है। गौर रहे कि सबसे बड़े जिला कांगड़ा में एक नगर निगम, सात नगर परिषद, 22 पुलिस स्टेशन, 16 विकास खंड व 14 उपमंडल हैं। ऐसे में गवर्नेंस इस जिला में एक चैलेंज रहता है। सोमवार को मुख्यमंत्री ने जिला सुशासन सूचकांक-2021 में अव्वल जिलों के उपायुक्तों को किया पुरस्कृत किया। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग के माध्यम से विभिन्न सरकारी सेवाओं एवं प्रक्रियाओं में सरलता, पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करके आम लोगों को लाभान्वित करने के लिए कृत संकल्प है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने ‘न्यूनतम सरकार अधिकतम शासन’ पर विशेष बल दिया है और शासन की गुणवत्ता में सुधार के लिए निरंतर कदम उठा रही है।
जिला सुशासन सूचकांक-2021 की तीसरी रिपोर्ट सभी 12 जिलों के द्वितीयक आंकड़ों के आधार पर तैयार की गई है और इसमें सभी जिलों के तुलनात्मक मूल्यांकन के लिए 8 मुख्य विषयों, 19 फोकल बिन्दुओं और 76 संकेतकों पर डाटा एकत्र किया गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य है, जिसने वर्ष 2018 से महत्वपूर्ण क्षेत्रों में प्रशासन की गुणवत्ता मापने का काम शुरू किया है।
बहरहाल उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल को 50 लाख रुपये का प्रथम पुरस्कार मिला है।