गोरख धंधे में संलिप्त हैं कुछ कारोवारी
हिमाचल दस्तक, सुरेश कश्यप। हमीरपुर
हमीरपुर में अब डुप्लीकेट पेंट बनाया जा रहा है। नामी-गिरामी कंपनियों के नाम से तैयार किए जा रहे, इस डुप्लीकेट उत्पाद को बाजार में भी सप्लाई किया जा रहा है। यह हैरतअंगेज कारनामा हमीरपुर जिला से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर चल रहा है। यहां पर दीवारों पर होने वाले पेंट को केमिकल से तैयार कर डिब्बों में भरा जा रहा है। ऊपर से बड़ी कंपनियों का लेवल चिपका कर इसे मार्केट भी सप्लाई किया जा रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार इस कार्य को महीने में चार या पांच मर्तबा यहां किया जाता है। इसके बाद इस कार्य को बंद कर इस माल को सप्लाई कर मोटी कमाई की जा रही है। हमीरपुर में चल रहे इस गोरख कारनामे पर ना तो पुलिस की नजर है और ना ही आबकारी एवं कराधान विभाग को इसकी खबर है। बताया जा रहा है कि यह कार्य लंबे समय से यहां चल रहा है। हमीरपुर जिला में ही नहीं इसकी सप्लाई साथ लगते अन्य जिलों में भी दी जा रही है। डुप्लीकेट दीवार पेंट को तैयार करने में इस्तेमाल किए जा रहे मजदूरों को भी यहां पर मोटे पैसे दिए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि हमीरपुर में मौजूदा समय में भवन निर्माण के कार्य सबसे अधिक चल रहे हैं। हमीरपुर में सुंदर आवास बनाने का सपना हर किसी का होता है। शायद यही कारण है कि हमीरपुर को अच्छे मकान वाले जिला से जाना जाता है। लोग घरों को वर्ष में एक बार रंग करवाकर चमकाने का कार्य करते हैं। लिहाजा इस दौरान बाजार में दीवार पेंट की मांग बढ़ चुकी है। मांग बढऩे के साथ-साथ यहां पर मोटी कमाई करने के उद्देश्य से अब गोरख कार्य चल रहा है और इसमें कुछ बड़े कारोबारी भी संलिप्त बताए जा रहे हैं।
ईटीओ चेतराम ने बताया कि इस बारे उन्हें कोई जानकारी नहीं है लेकिन अगर कहीं पर ऐसा कार्य चल रहा है, तो विभाग अपनी कार्रवाई जरूर करेगा। उन्होंने लोगों से भी अपील करते हुए कहा कि ऐसी सूचना संबंधित विभाग को अवश्य दें। सूचित करने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाता है।