घटते लिंग अनुपात को नाटकों व गानों के जरिये किया जागरूक
हिमाचल दस्तक। संधोल : जिले के सुदूर इलाका संधोल में इस बार भी दशहरे की धूम रही। सुबह विशेष रूप से आमंत्रित क्षेत्र के कुल देवता बाबा कमलाहिया व बिलासपुर से आई देवी महाकाली चामुंडा का समारोह में भव्य स्वागत हुआ। इसके बाद वरिष्ठ नागरिक व सेवानिवृत मुख्याध्यापक शंभू राम ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
दशहरा कमेटी ने मुख्यातिथि शंभू राम, सैनिक लीग कर्नल खेम सिंह व संधोल विकास व कल्याण समिति के अध्यक्ष मान सिंह सकलानी को स्मृति चिन्ह व शाल भेंट कर आभार व्यक्त किया उसके बाद विभिन्न स्कूल से आये बच्चों ने जिनमं रावमापा संधोल, रावमापा कोठुवां, राजकीय महाविद्यालय संधोल, गुरुकुल अकादमी स्कूल, विपाशा स्कूल, न्यू पब्लिक मॉडल हाई स्कूल, राजकीय प्राथमिक स्कूल कोठुवां, डीएवी स्कूल संधोल ने अपनी प्रस्तुतियां दीं। इस बार मुख्यत: बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, स्वच्छ भारत, पोलिथिन मुक्त भारत व नशा मुक्त भारत पर बच्चों ने अपनी प्रस्तुतियां दी व उपस्थित जनसमुह को भाव विभोर कर दिया।
कार्यक्रम में स्थानीय महाविद्यालय की आंचल व उसकी साथी ने पंजाबी गिद्दे पर पंडाल को नाचने पर मजबूर कर दिया। इधर कोठवां स्कूल के छात्रों ने समाज में पॉलीथिन के प्रयोग पर प्रहार करते हुए एक जोरदार नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किये वहीं डीएवी के छात्रों ने भी अपनी विभिन्न प्रस्तुति देकर खूब मनोरंजन किया वहीं राजकीय आदर्श पाठशाला ने पहाड़ी नाटी पर भी खूब लोग थिरके। कोठुवां के प्राथमिक स्कूल के बच्चों ने स्कूल चलें हम… प्रस्तुति देकर सबको अचंभित कर दिया। जिसका उपस्थित जनसमूह ने भारी समर्थन किया।
न्यू पब्लिक स्कूल ने पापा मेरे पापा गाने ने सबको एकदम चौंका कर रख दिया। क्षेत्र में घटते लिंग अनुपात को लेकर करीब सभी संस्थानों ने अपने नाटकों व गानों के जरिये लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया। बाद में भगवान राम की झांकी दशहरे ग्राउंड में लाई गई जहां भगवान राम व रावण का युद्ध हुआ। जिसमें बुराई रूपी रावण को भगवान राम ने पराजित किया। कार्यक्रम में करीब 2000 लोगों ने शिरकत की व कार्यक्रमों का लुत्फ उठाया।