मंडी : धर्म चंद वर्मा ।
पुलिस पेपर लीक मामले को लेकर पिछले 9 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे युवा कांग्रेस के मंडी के कार्यकर्ताओं का कहना है इस पेपर लीक मामले में उचित कार्यवाही नही हो रही है। जिसके चलते युवाओ के साथ धोखाधड़ी हुई है। युवा कांग्रेस पूरे प्रदेश में भूख हड़ताल पर बैठी है और तब तक नही उठेगी जब तक DGP इस्तीफा नही देते आंदोलन के इस क्रम में बुधवार को मंडी में जयराम व डी जी पी का पुतला युवा कांग्रेस द्वारा जलाया गया युवा कांग्रेस अध्यक्ष तरुण ठाकुर ने बताया कि युवा कांग्रेस द्वारा चलाई जा रही क्रमिक भूखहड़ताल का आज नौवाँ दिन है लेकिन बडे़ दुख की बात है कि प्रशासन और सरकार की ओर से अभी तक कोई भी बात तक करने के लिए नहीं आया।आप देख सकते हैं कि किस प्रकार से बेरोजगार युवाओं के साथ बहुत ही भद्दा मज़ाक हो रहा है ।आज हम माननीय मुख्यमंत्री से पूछना चाहते हैं कि जिस दिन पेपर रद्द किया था, उस दिन उन्होंने कहा कि 1 महीने के अंदर पुनः पेपर करवाया जाएगा. लेकिन अभी तक इसका ब्लूप्रिंट भी सरकार तैयार नहीं कर पाई है।
युवा कोचिंग सेंटर व पुस्तकालय में बैठे इंतजार कर रहे हैं, न ही कोई विभाग से संबंधित कोई दोषी सामने लाया गया है। यह सरकार दोषियों को बचाने का काम कर रही है। इसी कड़ी में आज प्रदेश भर के साथ- साथ युवा कांग्रेस जिला मंडी द्वारा भी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और DGP संजय कुंडू का पूतला जलाया गया. जिला मंडी युवा कांग्रेस अध्यक्ष तरूण ठाकुर ने बताया कि यह सरकार जानबूझकर मामले को दबाने में लगी है, साथ ही यह भी कहा कि कैसे इस सरकार के शासन काल में हर भर्ती चाहे यह पुलिस भर्ती परीक्षा, JOA IT की परीक्षा और वि. वि. तक के पेपर लीक हो गये लेकिन सरकार के मंत्री और प्रशासन नाचने में व्यस्त है। उन्हें कुछ फर्क नहीं पड़ता कि प्रदेश के युवा कैसे मानसिक दबाव में जी रहा है।
नौकरी के नाम पर सिर्फ सिर्फ आउटसोर्स के आधार पर युवाओं को गुमराह कर रहे। स्थाई रोजगार की कोई व्यवस्था नहीं है. मार्च 2021 को JOA IT Post code -817 की भर्ती परीक्षा हुई, लेकिन आज तक उसका भी केस चला हुआ है और सरकार से कोर्ट द्वारा लगातार जबाब मांगा जा रहा लेकिन सरकार date पर date ले रही. और नतीजा आज तक कुछ भी नहीं निकला है। इस भर्ती में भी 19000 युवाओं ने टाइपिंग टेस्ट दिया है और परिणाम अधर पर लटका है। हम सरकार से यह कहना चाहते हैं कि पुलिस भर्ती मामले में पहले आप पेपर को आयोग के माध्यम से करवाए और दूसरा DGP को जल्द ही पद से हटाए, वरना यह आंदोलन और उग्र रूप लेगा और जिसके जिम्मेदार प्रदेश सरकार होगी।