अनूप शर्मा। बिलासपुर
बिलासुर में शुक्रवार को ईद उल फितर का त्यौहार सादगी के साथ में मनाया गया। मुस्लिम समुदाय के लोगों में ईद नमाज अपने निवास स्थान पर अदा कर दी है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते जा रहे गंभीर संकट के चलते जिला प्रशासन के नियमों व बंदिशों का ईद के सामुहिक मौका पर भी पूरा पालन जिला भर में किया गया है।
जिला मुस्लिम वैलफेयर कमेटी के संयोजक गुलाम मुहयूदीन व पदाधिकारी नसीम मुहम्मद ने यहां पर यह जानकारी देते हुए बताया कि ईद उल फितर मीठी ईद के रूप में भी जानी जाती है। इस मौके पर एक दूसरे परिवारो को मिष्ठान व सेवईयां घरों में बांटी जाती है। 30 रोजे पूरे करने की खुषी में समुदाय अपना त्यौहार हर्षोल्लास के साथ जिला भर में मनाया गया।
इस दौरान दूसरे समुदाय के लोगों के साथ भी खुशियां सांझी की गई हैं। वहीं पूरे हिमाचल में समुदाय के लोगों ने अपने निवास सथान पर ईद की नमाज अदा करने को प्राथमिकता दी है। उन्होंने बताया कि यह त्यौहार प्यार मोहब्बत का पैगाम है। ईद की विशेष नमाज के दौरान साल भर के गुनाह पेड़ से झड़ रहे पत्तों की तरह नमाजी के शरीर से झड़ जाते हैं। रमाजन माह के लगातार 30 रोजों का बदला अल्लाह ताला खुद अदा करते हैं। वह रोजेदार नमाजियों का नाम जन्नत के ऊंचे दर्जे में दर्ज किया जाता है।
इस अवसर पर मौके पर हिमाचल मुस्लिम वैलफेयर महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अबीब खानए शफीक अहमदए हनीफ मुहम्मदए हुसैन अलीए शौकतए शीन मुहम्मदए बल्ली मुहम्मदए चकली से ताज मुहम्मदए परवेज व शेर अली व रफीक मुहम्मद ने इस त्यौहार पर सभी बधाई दी है। व कोरोना महामारी के बढ़ते जा रहे प्रकोप से शीघ्र निजात दिलाने की विशेष दुआएं भी की गई हैं।