फीचर डाक्यूमेंट्रीज, 5 नैरेटिव फीचर्स और 1 एनिमेटेड फीचर का होगा प्रदर्शन, भारतीय फिल्में भी बढ़ाएंगी फेस्टिवल की शोभा
राजेश कुमार। धर्मशाला : अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल मैक्लोडगंज स्थित तिब्बतियन इंस्टीटयूट आफ परफार्मिंग आर्ट (टिपा) में धर्मशाला इंटरनेशनल फिल्म फेस्टीवल (डीआईएफएफ) का आठवां संस्करण 7 नवंबर से आयोजित किया जाएगा।
10 नवंबर तक चलने वाले फेस्टिवल में 4 फीचर डाक्यूमेंट्रीज, 5 नैरेटिव फीचर्स और 1 एनिमेटेड फीचर का प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं भारतीय फिल्में भी फेस्टिवल की शोभा बढ़ाएंगी। गौरतलब है कि नवोदित कलाकारों, निर्माता, निर्देशकों को मंच प्रदान करने के उद्देश्य से व्हाइट क्रेन आट्र्स एंड मीडिया ट्रस्ट की ओर से पिछले सात साल से मैक्लोडगंज में डीआईएफएफ का आयोजन किया जा रहा है।
धर्मशाला की फिल्म मेकर रितू सरीन और तेन्जिन सोनम द्वारा व्हाइट क्रेन आट्र्स एंड मीडिया ट्रस्ट के माध्यम से कंटेपरेरी आर्ट, सिनेमा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से इस फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार फेस्टिवल के लिए प्रथम चरण में दस फिल्मों को घोषित किया गया है, ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि फेस्टिवल में अन्य मनोरंजक फिल्में भी दर्शकों को दिखाई जाएंगी।
ये भारतीय फिल्में होंगी प्रदर्शित
डीआईएफएफ के आठवें संस्करण में निर्देशक अर्चना अतुल फडके की अबाउट लव, गीतांजलि राव की बॉम्बे रोज, प्रतीक वत्स की ईब अल्ले ऊ, गुरविंद्र सिंह की खनौर (बिटर चेस्टनट) जैसी भारतीय फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी।
इंटरनेशनल फिल्में भी होंगी आकर्षण
इंटरनेशनल फिल्मों में यूके/यूएसए के डायरेक्टर वाड अल काटेब और एडवर्ड वॉटस की फॉर सामा, मैसेडोनिया के डायरेक्टर टेओना स्टू्रगर मितेवस्का की गुड एग्जिस्ट, हर नम इज पेट्रूनया, कोलंबिया के डायरेक्टर केविच निंग की लास्ट नाइट आई सा यू स्माइलिंग, पेरू की डायरेक्टर मेलिना लेआन की कैनकन सिन नोमब्रे(सांग विदाउट ए नेम), फ्रांस के डायरेक्टर एगनेस वारडा की वारदा बाय एगनेस, पुर्तगाल के डायरेक्टर पेडरो कोस्टा की विटालीना वरेला नामक फिल्में भी फेस्टीवल का आकर्षण होंगी।