श्री नयना देवी में खास प्रबंधों के बीच हो रहे मां के दीदार
हिमाचल दस्तक। श्री नयना देवी : शक्तिपीठ श्री नयना देवी मंदिर में हर बुजुर्ग, बीमार व दिव्यांग श्रद्धालु के लिए खास प्रबंध किए गए हैं। इन्हें बिना किसी रोक-टोक के मंदिर परिसर में आने दिया जा रहा है। ऐसे श्रद्धालुओं को बिना लाइन में लगे मां के दर्शन करवाने की भी सुविधा दी गई है। मंदिर न्यास द्वारा 24 घंटे लंगर की व्यवस्था की गई है, ताकि श्रद्धालुओं को खानपान संबंधी कोई असुविधा न हो। वहीं, देश-विदेश से मां के दर्शनों को हजारों श्रद्धालु हर दिन आ रहे हैं।
मंदिर न्यास अधीक्षक राम कृष्ण शर्मा के अनुसार आने वाले दिनों में भीड़ में और भी बढ़ोतरी दर्ज होगी। क्योंकि शनिवार को सप्तमी का दिन रहेगा और रविवार को छुट्टी होने के कारण भारी संख्या में श्रद्धालु मां के दर शीश नवाने आएंगे। दशहरे तक भीड़ का क्रम ऐसे ही जारी रहेगा। इसके चलते सभी व्यवस्थाओं को और भी ज्यादा चुस्त-दुरुस्त कर दिया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की कोई असुविधा न हो।
कोला वाला सरोवर में स्नान करना नहीं भूलते श्रद्धालु
मंदिर पुजारी आनंद गोपाल शर्मा के अनुसार कोला वाला टोबा का मंदिर श्री नयना देवी जी के साथ बहुत ही पुराना और पौराणिक नाता रहा है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार आने वाले श्रद्धालु इस सरोवर में नहाते थे और इसके कमल के फूलों को मां को समर्पित करते थे। सरोवर को पंजाबी भाषा में टोबा कहा जाता है अर्थात कमल के फूलों वाला सरोवर। आज भी इस सरोवरके कमल के फूलों से मां का शृंगार और पूजा की जाती है।
वहीं, मंदिर न्यास सरोवार की देखरेख के लिए माली भी नियुक्त किया गया है। पौराणिक मान्यता के अनुसार पांडवों ने अपने अज्ञातवास के समय इस सरोवर का निर्माण किया था। बहुत साल उक्त सरोवर भारी उपेक्षा का शिकार रहा है किंतु मंदिर न्यास में इसकी पुरानी का को देखते हुए इसका जीर्णोद्धार किय। लाइन में लगे बिना मां के दर्शन करे रहे बुजुर्ग, बीमार व दिव्यांग
श्री नयना देवी में खास प्रबंधों के बीच हो रहे मां के दीदार