राजीव भनोट। ऊना
भारत चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश में उपचुनाव और ना करवाने का निर्णय लिया है। फिलहाल उपचुनाव नहीं होंगे जबकि पश्चिम बंगाल में जरूर उपचुनाव करवाने का ऐलान कर दिया गया है। जहां से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का विधानसभा में पहुंचने का रास्ता साफ हो गया है। लेकिन हिमाचल प्रदेश में उपचुनाव नहीं करवाए जा रहे हैं ।अन्य उपचुनाव भी अन्य राज्यों में नहीं हो रहे हैं।
कोरोना इसका मुख्य कारण है और हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव की रिपोर्ट भी इसका आधार बना है ।हालांकि हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक दल चुनाव के पक्ष में रहे हैं, पर चुनाव आयोग के निर्णय ने सबको हैरान किया है। राजनीतिक दलों ने चुनाव के लिए सारी तैयारियां कर ली थीं, अब चुनाव टल गए हैं तो निश्चित रूप से इस पर सियासत भी आने वाले समय में गर्म हो सकती है।
चुनाव आयोग ने निश्चित रूप से राजनीतिक दलों के साथ-साथ प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव की रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद यह निर्णय लिया है। उपचुनाव अब होने की संभावना बहुत कम हो गई है । वहीं मंडी का उपचुनाव करवाने की कदमताल जरूर आने वाले समय में हो सकती है। क्योंकि लोकसभा के चुनाव को अभी काफी समय है जबकि विधानसभा के चुनाव को अब कम समय बचा है । अब आम चुनावों में चुनाव होंगे।