शकील कुरैशी। शिमला
प्रदेश में हो रहे उपचुनाव के लिए चुनावी शोरगुल बुधवार शाम 6 बजे थम गया। कोरोना को ध्यान में रखते हुए इस बार 72 घंटे पहले प्रचार को रोक दिया गया। 30 अक्तूबर को मतदान होगा और 2 नवंबर को उपचुनाव के नतीजे आ जाएंगे। इस उपचुनाव के लिए कुल 15 लाख 50 हजार 552 मतदाता हैं जो अपने सांसद व विधायक चुनेंगे। कुल 18 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
मंडी संसदीय क्षेत्र में कुल 12 लाख 99 हजार 756 मतदाता हैं, जबकि फतेहपुर में 87 हजार 222 मतदाता हैं। अर्की विधानसभा क्षेत्र में 92 हजार 609 तथा जुब्बल कोटखाई निर्वाचन क्षेत्र में 70 हजार 965 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। प्रदेश में इस उपचुनाव के लिए कुल 2796 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जबकि इतनी ही पोलिंग पार्टियां भी हैं। दूरदराज के क्षेत्रों के लिए पोलिंग दल रवाना हो चुके हैं, जबकि शेष स्थानों के लिए वीरवार को पोलिंग दल रवाना हो जाएंगे।
मंडी संसदीय क्षेत्र में कुल 2365 मतदान केंद्र हैं वहीं फतेहपुर में 141, अर्की में 154 तथा जुब्बल कोटखाई में 136 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। यहां पर सुरक्षा के भी पूरे इंतजाम यहां पर किए गए हैं। सशस्त्र बलों की सात कंपनियां यहां पर तैनात की गई हैं। पुलिस व होमगार्ड के जवान भी अतिरिक्त रूप से यहां पर तैनात किए गए हैं।
चुनाव प्रचार थमने के बाद अब प्रत्याशी डोर-टू-डोर कैंपेन कर सकते हैं या उनके प्रतिनिधि उनके लिए प्रचार कर सकते हैं। मगर अब कोई जनसभा नहीं होगी और न ही कहीं पर गैदरिंग की जा सकती है।
24 किलोमीटर पैदल चलकर शाकटी मतदान केंद्र तक पहुंचेगी पोलिंग पार्टी
इस उपचुनाव में कुल्लू जिला का शाकटी मतदान केंद्र सबसे दूरस्थ है जहां के लिए पोलिंग दल को 24 किलोमीटर तक पैदल चलना होगा। यहां पर कुल 88 लोगों को मतदान का अधिकार है। यहां के लिए मतदान दल रवाना हो चुका है जो वहां वीरवार तक पहुंच जाएगा। सबसे ऊंचाई वाले मतदान केन्द्र की बात करें तो ताशीगंग ऐसा मतदान केंद्र है जोकि 15,256 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। यहां पर कुल 47 मतदाता हैं।