- सभी की सालाना 6 हजार रुपए तक की हो रही बचत
- फिक्सड चार्ज और मीटर रेंट भी नहीं वसूला जा रहा
वरिष्ठ संवाददाता, शिमला
प्रदेश सरकार द्वारा 125 यूनिट बिजली निशुल्क दिए जाने के बाद 14 लाख उपभोक्ताओं को इसका सीधा लाभ हो रहा है। अगस्त महीने में इतने उपभोक्ताओं को राज्य में बिजली के बिल शून्य आए हैं। सालाना 6 हजार रुपए तक की इन सभी की बचत हो रही है।
ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने कहा कि सरकार ने आम जनता को राहत पहुंचाने के लिए 125 यूनिट तक निशुल्क बिजली देने का फैसला लिया था। प्रदेश में करीब 22 लाख 59 हजार 645 घरेलू उपभोक्ता हैं।
इनमें से 14 लाख 62 हजार 130 घरेलू उपभोक्ताओं का अगस्त महीने का बिल जीरो आया है। मंत्री ने कहा कि पहले बिजली का इस्तेमाल हो या न हो, उपभोक्ता को 40 रुपए फिकस्ड चार्ज और 15 रुपए मीटर रेंट देना ही होता था। लेकिन अब 125 यूनिट तक मीटर रेंट, फिकस्ड चार्ज और एनर्जी चार्ज भी खत्म किया है। पहले एक उपभोक्ता को औसतन हर महीने 400 से 500 रुपये बिजली बिल आता था। जनता को यह सुविधा देने के लिए सरकार की ओर से करीब 41 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। सरकार के इस फैसले से बिजली बचाओ अभियान को भी बढ़ावा मिल रहा है।
मंत्री ने कहा कि हमारा राज्य सरप्लस बिजली पैदा करता है। हिमाचल प्रदेश में लगभग 24 हजार 567 मेगावाट विद्युत क्षमता है, जिसमें से 11 हजार 138 मेगावाट का दोहन विभिन्न क्षेत्रों के अंतर्गत कर लिया गया है। भविष्य की योजनाओं को लेकर ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने साल 2030 तक 10 हजार मेगावाट अतिरिक्त विद्युत क्षमता का दोहन करने का लक्ष्य रखा है। इसमें लगभग 1500 से 2000 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य है। इसके अलावा प्रदेश में रोशनी योजना चलाई जा रही है, जिसमें निशुल्क बिजली कनेक्शन प्रदान किए जा रहे हैं।
….खेमराज शर्मा