पूर्व सीएम बोले, मुझसे मेरे पुराने कार्यकाल की ही बात करें
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। धर्मशाला : ‘बेहतर होगा कि आप मुझसे वो सवाल करें जो मुझसे जुड़े हैं, बकाया उनसे पूछिये जिनके जवाब वह दे सकते हैं।’ यह बयान पूर्व मुख्यमंत्री प्रो प्रेम कुमार धूमल ने धर्मशाला में उस वक्त दिया जब वह मीडिया से रू-ब-रू हो रहे थे। दरअसल, उपचुनाव में प्रचार के लिए पहुंचे प्रो धूमल से जब यह पूछा गया कि वे बीते दो सालों के कार्यकाल में धर्मशाला के विकास में किसी एक उपलब्धि को बताएं ? इसके जवाब में उन्होंने बिना किसी का नाम लिए उपरोक्त जवाब दिया।
धूमल ने कहा कि उनके वक्त में शीतकालीन प्रवास भी होता रहा है और मंत्री भी धर्मशाला सचिवालय में बैठते थे। दूसरी राजधानी के स्टेटस पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दस पैसे के एक कागज पर एलान किया था, जबकि हमारी तत्कालीन सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर भी दिया। मंत्रियों के लिए सर्कट हाउस में स्टाफ सहित नए कमरे बनवाए थे। कई महत्वपूर्ण दफ्तर भी खोले थे। हमने तो जमीन पर काम किया था। जोनल अस्पताल तक हमने दिया था। कांग्रेस की सरकारें तो आज तक के इतिहास में कर्मचारियों को नए वेतनमान तक नहीं दे सकीं हैं, जबकि यह मेरी तत्कालीन सरकारों में हुआ था। अंतरिम राहत तक हमने जारी की थीं।
फूड क्राफ्ट संस्थान तक हमने दिया था। धूमल ने कहा कि वह सिर्फ इतना जानते हैं कि विकास के काम लगातार चलते हैं और चल भी रहे हैं। उनसे जब यह पूछा गया कि आपकी पार्टी की सरकार के एक मंत्री पर लोगों के बीच पैसा बांटने के आरोप लग रहे हैं तो दूसरे मंत्री की पत्नी के चंडीगढ़ में पर्स चोरी की घटना हिमाचल में चर्चा का विषय बने हुए हैं।
इस पर उनका क्या कहना है ? उन्होंने जवाब दिया कि इसका जवाब भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष और दोनों मंत्रियों से पूछा जाए। वह क्या बोल सकते हैं? भाजपा के 20 हजार के नारे पर कांग्रेस दोबारा उठाए गए सवालों पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस को लगता है कि 25 हजार से जीत जाएंगे। उन्होंने कहा की कांग्रेस को चिंता इस बात की है कि कितने हजार वोटो से हारेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को मजबूत विपक्ष होना है तो मुद्दों पर बात करनी चाहिए।
पत्र बम… परमार जी से पूछिए
जब उनसे पत्र बम के बाबत पूर्व मंत्री रविंद्र रवि के खिलाफ हुई कार्रवाई का सवाल पूछा गया तो धूमल ने साथ बैठे स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार की तरफ इशारा करते हुए कहा कि इनसे पूछिए। मैं क्या बोलूं ?
सीएम ही बता सकते हैं
कांगड़ा जिला और धर्मशाला से उठाए गए विभिन्न दफ्तरों का सवाल जब उठा तो भी पूर्व सीएम ने कहा कि ये मौजूदा सरकार के फैसले हैं। बेहतर यही है कि उपयुक्त व्यक्ति यानी सीएम जयराम ठाकुर से ही यह सवाल पूछें।