हिमाचल दस्तक। घुमारवीं
गरीबों को राशन बांटने का मुद्दा तुल पकड़ रहा है, जिसमें कई जगहों पर सहकारी सभाओं के प्रतिनधियों को बुलाया ही नहीं गया है। इसके लिए प्रतिनिधियों ने भाजपा सरकार के प्रति रोष जताया है।
पंचायत व सहकारी सभाओं के प्रतिनिधियों कहना है कि इस कार्यक्रम में कुछ चुनिंदा प्रतिनिधियों को ही आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने कुछ गिने चुने ही लोगों को इन कार्यक्रमों के लिए निमंत्रण दिया, जिससे उनमें काफी रोष है।
उन्होंने यह भी कहा कि जहां लोगों को राशन मिलना चाहिए था वहां न मिलने की बजाए 3 य 4 किलोमीटर दूर बुलाया गया। जहां गरीब लोगों को आने जाने के लिए भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
सहकारी सभा समिति लांजटा के प्रधान मनोहर लाल ने कहा कि उन की सोसाइटी 1962 की बनी है उसका कार्यक्रम देहलवीं में किया गया। इस कार्यक्रम में न हमे और न लोकल प्रतिनिधियों को बुलाया गया।
उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि खाद्य आपूर्ति मंत्री की वह अपनी सोसाइटी है। इसी तरह हटवाड़ के बीडीसी सदस्य सुरेंद्र सिंह ने कहा कि पंचायत के प्रतिनिधियों को न बुलाकर किसी तीसरे को बुलाकर गलत संदेश दिया है। इसी तरह से और पंचायतों के प्रतिनिधि आवाज उठा रहे हैं।