दिनेश ठाकुर। संधोल :
धर्मपुर में एक गैर सरकारी संस्था दिशा वर्कर भर्ती के नाम पर साक्षात्कार आयोजित कर फर्जीबाड़े को अंजाम दे रही है। बताया जा रहा है कि विभाग ने स्पष्ट आदेश दे रखे हैं कि इस संस्था को दिशा वर्करों की भर्ती के लिए अधिकृत नहीं किया गया है। हैरानी यह है कि इसके बावजूद संस्था धर्मपुर में फर्जीबाड़ा कर लोगों को ठगी का शिकार बना रही है जबकि प्रशासन पूरी तरह से मूकदर्शक बना हुआ है।
संस्था दिशा वर्करों के नाम पर प्रलोभन देकर लाखों रुपये डकार रही है। इस संस्था को किसका संरक्षण प्राप्त है यह कहा नहीं जा सकता है। उधर इस पर न तो प्रशासन ने कोई कार्रवाई की है और न ही किसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। सूत्रों के मुताबिक सितंबर 2019 में पंचायतीराज विभाग के निदेशक ने एक पत्र जारी कर सभी पंचायतों को यह आदेश दिया था कि दिशा वर्करों की भर्ती के लिए कोई गैर संस्था पंजीकृत नहीं की गई है।
कोई भी व्यक्ति गुमराह न हों और पंचायतें लोगों को इसके बारे में अवगत करवाएं लेकिन पंचायतों को मिले यह आदेश फाइलों में ही दब गए। 6 जनवरी को एक गैर सरकारी संस्था ने पंचायतों में दिशा वर्कर नियुक्त करने के लिए साक्षात्कार आयोजित किए। पहले भी इस संस्था के खिलाफ मामला दर्ज हो चुका हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही
मामले की हो जांच
जिला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने इस संस्था द्वारा पंचायतों में नियुक्त किए जाने वाले दिशा वर्करों को गुमराह करने वाली गतिविधि बताया है जो नौकरी के नाम पर महिलाओं के साथ धोखधड़ी है। इस संस्था ने गत वर्ष जिला कांगड़ा में स्वरोजगार देने के नाम पर सैंकड़ों महिलाओं को प्रलोभन देकर उनसे 20-20 हजार रुपये इकट्ठे किए थे लेकिन बाद में रोजगार न मिलने के चलते इस संस्था के खिलाफ एफ आईआर दर्ज कराई गई थी औऱ मुकदमा अभी भी चल रहा है।
ऐसी कोई भी शिकायत नहीं मिली है। मामले की जांच की जाएगी। मामले की छानबीन के बाद ही संस्था पर कार्रवाई की जाएगी।
-सुनील वर्मा, एसडीएम धर्मपुर