ललित ठाकुर। पधर
राष्ट्रीय उच्च मार्ग 154 मंडी-पठानकोट के किसानों में एनएचएआई व प्रशासन द्वारा की गई अनदेखी के कारण भारी रोष है। किसान फसलों के बारे में चिंतित है कि वह अपनी जमीन में फसल बीजे या नहीं क्योंकि एनएचएआई व प्रशासन द्वारा आज तक कोई भी फोरलेन की निशानदेही नहीं की और न ही आज तक कोई भी बैठक किसानों के साथ हुई। किसान अपने जमीन के मुआवजे के लिए भी चिंतित है। किसान सुरेश कुमार, कमल किशोर, पवन कुमार, नरपत राम, घमंडा राम, हरीश बनेर सहित फोरलेन की जद में आने वाले अन्य किसानों ने कहा कि आज तक एनएचएआई व प्रशासन द्वारा कोई भी सुध नहीं ली गई।
इस समस्या को भूमि विकास मंच द्वारा पधर में हुए सरकार के जनमंच में भी उठाया था लेकिन प्रशासन और एनएचएआई की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। दो महीने पहले किसानों से कागज मांगे गए कि अपनी भूमि की जमाबंदी नकल, पेन कार्ड, खाता नंबर जमा करवाएं, मगर किसानों को आज तक कुछ भी नहीं दर्शाया गया है कि किसानों को मुआवजा किस मुहाल का कितना मिलेगा। प्रशासन द्वारा गत छह माह से कोई भी बैठक किसानों के साथ नहीं की गई और न ही भूमि पर फोरलेन के निशान चिन्हित किए गए हैं। जिस कारण किसान अपनी भूमि पर न कोई क्रय-विक्रय और न ही कार्य कर सकते हंै। जिसमें किसानों द्वारा अपनी फसल बीजने में भी असमंजस की स्थिति है।
किसानों ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द प्रशासन और एनएचएआई को निर्देश दिए जाएं कि किसानों की भूमि को चिन्हित करके मुआवजे की राशि से अवगत करवाया जाए ताकि फ ोरलेन की स्थिति स्पष्ट हो सके। यदि किसान सड़क के किनारे अपनी भूमि पर कोई कार्य करता है तो फ ोरलेन के अधिकारी उस कार्य को रोकने की कोशिश करते हैं। इसलिए फ ोरलेन निशान लगाकर स्पष्ट करें ताकि लोग उक्त भूमि को छोड़कर अपनी बची हुई भूमि पर कार्य कर सकें। एसडीएम पधर संजीत सिंह ने कहा कि जल्द ही फोरलेन की निशानदेही होगी। अभी कांगड़ा की तरफ निशानदेही का कार्य हो रहा है।