शिमला:
दुनिया भर में मचे कोरोना वायरस के हल्ले के बीच हिमाचल में इस खतरनाक वायरस का पहला संदिग्ध मरीज सामने आया है। साउथ कोरिया से लौटे एक व्यक्ति में इस वायरस के लक्षण पाए गए हैं। ये बिलासपुर का रहने वाला है और इसमें खुद हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर लक्षणों की सूचना दी।
संदिग्ध मरीज को मंगलवार को बिलासपुर से आईजीएमसी शिमला रेफर किया गया और डी ब्लाक में बनाए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। आईजीएमसी ने मरीज के ब्लड सैंपल को पुणे की विषाणु विज्ञान लैब में जांच के लिए भेजा है। मरीज को डॉक्टरों की विशेष टीम की निगरानी में रखा गया है। बिलासपुर का रहने वाला ये आदमी 28 फरवरी को दक्षिण कोरिया से वापस आया था।
हिमाचल में यह पहला संदिग्ध मरीज मिलने से आईजीएमसी में हड़कंप मच गया। इसके साथ ही अस्पताल में वायरस के प्रभाव को देखते हुए सतर्कता बरती जा रही है। सभी स्टाफ को स्पेशल प्रोटेक्शन वाले मास्क बांटे गए हैं। यह संक्रमण औरों को न फैल सके, इसके लिए आइसोलेशन वार्ड के रास्ते से आने जाने वाले लोगों का आना जाना बंद कर दिया है।
राज्य में एक संदिग्ध मरीज को आईजीएमसी पहुंचा दिया गया है। जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार वह दक्षिण कोरिया से लौटा है, जहां ये संक्रमण पहले से है। राज्य सरकार पूरी एहतियात बरत रही है। किसी को डरने की जरूरत नहीं है।
-जयराम ठाकुर, मुख्यमंत्री
केंद्र की टीम ने दी आईजीएमसी में दस्तक
कोरोना वायरस की तैयारियों की जांच करने के लिए भारत सरकार की एक टीम ने मंगलवार को आईजीएमसी में दस्तक दी और तैयारियों को जांचा। भारत सरकार की ओर से एमएस प्रीति नाथ इकोनोमिक एडवाइजर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय अस्पताल पहुंची। अंदेशा लगाया जा रहा है कि इस टीम को यहां बिलासपुर से आने वाले मरीज की पहले से ही जानकारी थी। इस दौरान टीम ने आइसोलेशन वार्ड का जायजा लिया।
कोरोना से निपटने को टीएमसी तैयार
कांगड़ा। कोरोना वायरस के संभावित खतरों को भांपते हुए उससे निपटने के लिए डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा प्रशासन ने व्यापक स्तर पर तैयारी कर ली है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने सुपर स्पेशिलिटी वार्ड की चौथी मंजिल को इंसुलेशन वार्ड में तब्दील कर दिया है। जहां पर नर्स व डॉक्टर विशेष ड्यूटी पर तैनात कर दिए गए हैं। इस वार्ड को सुरक्षा की दृष्टि से भी घेर लिया गया है जिसके लिए अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी इस वार्ड के बाहर तैनात कर दिए गए हैं।
मेडिकल कॉलेज टांडा के सुपरिंटेंडेट डॉ. सुरेंद्र भारद्वाज ने बताया कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए मेडिकल कॉलेज टांडा के डॉक्टरों द्वारा तैयारी कर ली गई है। उन्होंने कहा कि यदि भविष्य में कोरोना वायरस के लक्षणों का कोई मरीज यहां लाया जाता है तो उसको अलग से उपचाराधीन देने के लिए पूरे इंतजाम मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा किए जा चुके हैं।
घबराने की कोई जरूरत नहीं: पीएम
वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि लोगों से कहा घबराने की जरूरत नहीं है। कई मंत्रालय और राज्य मिलकर काम कर रहे हैं। हमने इसकी तैयारियों को लेकर व्यापक समीक्षा की है।
सीएम केजरीवाल ने बुलाई बैठक
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना वायरस से निपटने की तैयारियों पर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और सरकारी अधिकारियों की तत्काल बैठक बुलाकर चर्चा की। कोरोना वायरस के मामले लगातार बढऩे लगे हैं।