चंद्रमोहन चौहान। ऊना
मिनी सचिवालय ऊना साइट पर पेश आए दर्दनाक हादसे में दो मजदूरों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। मृतकों की पहचान शिवा (32) पुत्र जगदीश निवासी व मोहन (48) दोनों निवासी छतीसगढ़ के रूप में हुई है। वहीं घायलों में से एक को नाजुक हालत के चलते पीजीआई रेफर कर दिया गया है, जबकि दो का क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में उपचार जारी है। पुलिस ने मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जानकारी के मुताबिक निर्माणाधीन मिनी सचिवालय साइट पर शनिवार दोपहर ट्रक में फ्लोर मार्बल लाया गया था। महिला और पुरुष मजदूर मार्बल को ट्रक से अनलोड कर रहे थे। इसी दौरान एक साइड से मार्बल उतारने के बाद दूसरी तरफ काफी बोझ बढ़ गया, जिसके चलते ट्रक का पहिया रेत में बैठ गया, दूसरी तरफ का मार्बल ट्रक में मौजूद पांच मजदूरों पर आ गिरा, जिनमें से पांचों मजदूर मार्बल के बीचोंबीच फंस गए।
मौके पर मौजूद अन्य मजदूरों की चीखें सुनकर आसपास के दुकानदार और अन्य लोग भी घटनास्थल की ओर भागे। लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद लोहे के पाइप डालकर मार्बल को हटाया और उसमें दबे मजदूरों को बाहर निकाला। पांच मजदूरों में से तीन को बेहोशी की हालत में क्षेत्रीय अस्पताल लाया गया। जहां पर शिवा और मोहन को मृत घोषित कर दिया गया। एक मजदूर तूला राम निवासी छत्तीसगढ़ को नाजुक हालत के चलते पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया है। दो मजदूर शंकर निवासी बिहार व केदारनाथ निवासी छतीसगढ़ का क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में उपचार जारी है।
घटना की जानकारी मिलते ही वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती समेत अन्य प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। एसडीएम डॉ. निधि पटेल ने बताया कि मृतकों के परिजनों को फौरी राहत के तौर पर 25-25 हजार रुपये दिए गए हैं। घायलों को भी 10-10 हज़ार रुपये की आपात मदद उपलब्ध कराई गई है।
निर्माणाधीन मिनी सचिवालय के लिए ठेकेदार की ओर से मार्बल लाया गया था। मार्बल को उतारते समय यह हादसा हुआ।
-राजेश कुमार
अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग
साढ़े सात टन मार्बल के नीचे दबे रहे मजदूर
निर्माणाधीन मिनी सचिवालय भवन की साइट पर शनिवार सुबह से अनलोड के लिए खड़े ट्रक से मार्बल उतारने का सिलसिला करीब 10 बजे शुरू हुआ। करीब 12 मजदूर ट्रक से मार्बल को अनलोड़ कर रहे थे। छोटे मार्बल के पीस उतारने के बाद बारी थी बड़े मार्बल के स्लैब को नीचे उतारने की। एक स्लैब का वजन करीब 4 क्विंटल से अधिक था। ट्रक में से एक तरफ के चार पीस उतारने के बाद दूसरी तरफ वजन बढ़ गया और करीब 18 मार्बल के स्लैब पांच मजदूरों के ऊपर आ गिरे।
ऐेसे में पांच मजदूर करीब साढ़े सात टन मार्बल के बीच दब गए, जिन्हें स्थानीय लोगों व मजदूरों की मदद के बाद बाहर निकाला गया। जिसमें से दो की मौत की हो गई। भवन का निर्माण कर रहे मजदूरों के लिए नववर्ष का पहला दिन मातम लेकर आया। एक-दूसरे को नववर्ष की बधाई देते हुए अचानक ही एक कोने पर चिखो पुकार मच गई।
ट्रक में मार्बल के बीच फंसे पांच मजूदरों को देखकर यकीन कर पाना भी मुश्किल हो गया। एक मजदूर तो राहत कार्यों के चलते इस मार्बल के दबाव से निकल गया। जबकि 4 मजदूर इसमें बुरी तरह फंस गए। एक साथ कई एंबुलेंस निर्माण स्थल पर पहुंची और जैसे-जैसे राहत कार्य से मजदूरों को निकाला गया, उन्हें तुरंत अस्पताल इलाज के लिए पहुंचाया गया।
मार्बल के दबाव के चलते अस्पताल में इलाज के दौरान गंभीर रूप से जख्मी दो मजदूरों ने दम तोड़ दिया। रोने चिल्लाने के बीच इन मजदूर महिलाओं को परिजन व प्रशासन ढाढस देता भी नजर आया। स्वास्थ्य अमला पूरी तरह से सतर्क हो इलाज जुटा रहा, लेकिन होनी को कौन टाल सकता है। डीएसपी कुलविंदर व एसएचओ सर्वजीत व उनकी टीम ने राहत के कार्य को पूरी तेजी से किया, वहीं स्थानीय लोग भी राहत कार्य में मदद के लिए आगे आए।