हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला : राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि विद्यार्थियों का चरित्र निर्माण हमारे सामने बड़ी चुनौती है, जिसमें शिक्षक समुदाय की महत्वपूर्ण भूमिका है।
उन्होंने शिक्षकों का आह्वान किया कि वे नई शिक्षा नीति के प्रारूप का अध्ययन करें, जिसमें विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण के संदर्भ में उपयोगी जानकारी दी गई है। यह बात राज्यपाल ने हिमाचल प्रदेश विवि की वार्षिक कोर्ट मीटिंग में कही। विश्वविद्यालय की खेल गतिविधियों में योग और फिट इंडिया अभियान को भी शामिल किया जाना चाहिए। शारीरिक शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों की मानसिक शिक्षा पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। दत्तात्रेय ने कहा कि वैश्विक स्पर्धा के इस दौर में हमें विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा और समग्र विकास के अवसर प्रदान करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि भविष्य में कौशल के आधार पर ही रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। जर्मनी, जापान, अमेरिका और चीन का उदाहरण देेते हुए उन्होंने कहा कि इन देशों में कौशल ग्रेड 7.8 है, जबकि भारत में यह केवल दो अथवा तीन है। बैठक के दौरान वर्ष 2015.16 के वार्षिक लेखा और वर्ष 2017-18 की वार्षिक रिपोर्ट को विधानसभा में प्रस्तुत किए जाने के लिए स्वीकृति प्रदान की गई। विधायक एवं विश्वविद्यालय कोर्ट के सदस्य सुरेंद्र शौरी भी बैठक में उपस्थित थे। प्रदेश विवि के रजिस्ट्रार घनश्याम चंद ने बैठक की कार्रवाई का संचालन किया। इससे पूर्व गवर्नर ने विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस की आधारशिला रखी। इसके निर्माण पर लगभग 10 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
डॉ. आशु गुप्ता डीसीआई, डॉ. बृज एमसीआई मेंबर बने
राज्य दंत महाविद्यालय शिमला के प्रधानाचार्य और डेंटल साइंसिज के डीन डॉ. आशु गुप्ता को सर्वसम्मति से भारतीय दंत परिषद का सदस्य निर्वाचित किया गया। पूर्व डीन ऑफ स्टडीज प्रो. वीपी शर्मा ने उनके नाम का प्रस्ताव किया, जबकि प्रो. एसएस कंवर ने इसका समर्थन किया। आईजीएमसी के गेस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग के डॉ. बृज शर्मा को भी सर्वसम्मति से भारतीय चिकित्सा परिषद का सदस्य चुना गया। पूर्व प्रति कुलपति प्रो. एनके शारदा ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा और प्रो. नागेश ठाकुर ने इसका समर्थन किया।
कई कोर्ट मेंबर्स के न आने से राज्यपाल हुए नाराज
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय कोर्ट में कुछ सदस्यों की अनुपस्थिति पर चिंता व्यक्त की और कहा कि वार्षिक लेखा और वार्षिक रिपोर्ट निर्धारित समय में तैयार की जाए। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रबंधन को परिसर के सौंदर्यीकरण के निर्देश भी दिए। इस अवसर पर राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के वार्षिक शैक्षणिक कैलेंडर और द्विभाषीय न्यूजलैटर हिम शिखर का विमोचन किया। बैठक में प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सिकंदर कुमार ने विश्वविद्यालय की पिछले वर्ष की गतिविधियों की रिपोर्ट प्रस्तुत की।