अनुज कुमार। टाहलीवाल
विधानसभा क्षेत्र हरोली के तहत पड़ते सिंगा गांव में स्थापित फूड पार्क देश ही नहीं, बल्कि विदेश में भी अपनी पहचान बना रहा है। जहां पर सीजन के हिसाब से टमाटर, सेब, नाशपाती, अमरूद और स्ट्राबेरी की प्रोसेसिंग कर उनका पेस्ट बनाकर विभिन्न उद्योगों में भेजा जाता है, जिनसे टोमेटो सॉस व केचअप जूस आदि बनाए जाते हैं।
क्रिमिका फूड पार्क जहां स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध करवा रहा है, वहीँ इसके साथ कई अप्रत्यक्ष रूप से भी बहुत लोग अपना और अपने परिवार पाल रहे हैं। इतना ही नहीं उद्योग का हिमाचल, पंजाब और हरियाणा के किसानों को भी बहुत लाभ मिल रहा है, जो रोजाना सैकड़ों टन टमाटर ट्रकों के माध्यम से फूड पार्क में पहुंच रहा है।
क्रिमिका फूड पार्क के प्लांट सीईओ संजय परमार ने बताया कि इन दिनों टमाटर का सीजन चल रहा है। इस सीजन में उनका लक्ष्य लगभग 40 हजार मीट्रिक टन टमाटर की प्रोसेसिंग कर उसका पेस्ट बनाना है। रोजाना 700 मीट्रिक टन टमाटर की प्रोसेसिंग की जा रही और अभी तक लगभग 10 हजार मीट्रिक टन टमाटर की प्रोसेसिंग कर उसका पेस्ट बनाया जा चुका है और 25 प्रतिशत का लक्ष्य भी पूरा कर लिया गया।
संजय परमार ने बताया की टमाटर का पेस्ट तैयार होने का बाद उसे फिल्लौर भेजा जाता है जहां पर उससे टोमेटो केचअप और टोमेटो सॉस बनाया जाता है। उन्होंने कहा कि टमाटर का सीजन खत्म होते ही सेब की प्रोसेसिंग शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि नाशपाती, अमरूद और स्ट्राबेरी के ट्रायल भी किए जा चुके हैं और बहुत ही जल्द इन सभी की प्रोसेसिंग का कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा।
51 एकड़ में फैला है पार्क
फूड पार्क के हेड नरेश कुमार ने बताया कि क्रिमिका फूड पार्क लगभग 51 एकड़ में फैला हुआ है। इमसें 30 के लगभग प्लाट विभिन्न उद्योगों के लिए रखे गए थे, इनमें से 16 के लगभग प्लांट आबंटित किए जा चुके हैं और 6 के लगभग उद्योग अभी चल रहे हैं, जिनमें एनईसी रोटो फ्लेक्स, ऊना मिरिकल, निजर फायटूकेम ट्रस्टेबल फूड्स, अग्रिवा फूड्स और जेफ फूड्स कार्यान्वित हैं।
कैसे ले सकते हैं प्लांट
फूड पार्क के मैनेजर केवल कुमार ने बताया कि अगर कोई भी उद्योगपति क्रिमिका फूड पार्क में अपना उद्योग लगाना चाहता है तो उसे 3200 रुपये प्रति स्क्वेयर मीटर के हिसाब से 25 साल की लीज पर प्लांट दिया जाता है, जो कि बाद में बढ़़ाई भी जा सकती है।