वन विभाग ने लकड़ी बरामद कर पधर पुलिस में करवाई एफआईआर, एक व्यक्ति गिरफ्तार
हिमाचल दस्तक,ललित ठाकुर। पधर : चौहारघाटी भांग और अफीम की खेती करने में बदनाम है ,उसके बाद अब वन माफिया की नजर देवदार के हरे भरे पेड़ो पर है। चौहारघाटी में वन माफिया ने देवदार के हरे भरे पेड़ों पर रातों-रात कुल्हाड़ी चला दी। फारेस्ट रेंज टिक्कन के अधीन सिल्हबुधानी ब्लॉक के करसेहड़ जंगल मे देवदार के 11 पेड़ कटे हुए पाए। वन विभाग की टीम दो अक्टूबर को गश्त पर थी। वन महकमे ने मामले की पुलिस थाना पधर में एफ आई आर दर्ज करवाई है ।
वन विभाग के डिप्टी रेंजर सोहन सिंह ठाकुर ने कहा कि करसेहड़ जंगल में गांव के ही एक ही व्यक्ति ने देवदार के 11 पेड़ काट दिए। महकमे ने मौके से देवदार की दो कड़ी और पांच लाग्स बरामद किए हैं। जबकि काटी गई अन्य लकड़ी आरोपी ने घर लेने जाने की बात कबूल की है। वन महकमे ने आरोपी के बयान कलमबध कर तमाम दस्तावेज पद्धर पुलिस को सौंप दिए हैं।उधर पुलिस ने वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आरोपी राम प्रकाश पुत्र भाग चंद निवासी करसेहड़ डाकघर सुधार को गिरफ्तार कर लिया है।
जिसे शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया गया जहां से आरोपी को तीन दिन के पुलिस रिमांड में भेजा गया है।सिल्हबुधाणी ब्लाक के डिप्टी रेंजर सोहन सिंह ठाकुर ने कहा कि बीते दो अक्टूबर को पंचायत की ग्राम सभा से वापिस लौटती बार जब वह वनकर्मियों के साथ करसेहड़ जंगल मे गश्त दौरान देवदार की विभिन्न श्रेणियों के 11 पेड़ काटे हुए पाए।
जिनकी कुल कीमत तीन लाख रुपए के करीब आंकी गई है।उन्होंने कहा कि अवैध रूप से काटे गए पेड़ों का पूरा ब्यौरा तमाम दस्तावेज सहित पुलिस में दर्ज करवाई गई एफआईआर में दिया गया है। उधर, पुलिस थाना प्रभारी यसवंत सिंह ने कहा कि आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। जिसे शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया गया। जहां से आरोपित को तीन दिन के पुलिस रिमांड में भेजा गया है।
मामले की पुष्टि डीएसपी पद्धर मदनकांत शर्मा ने की है। उन्होंने कहा कि मामले की गहनता से छानबीन की जा रही है।