राजेश कुमार। धर्मशाला
खुद प्राइवेट जॉब छोड़कर प्रशासन में आए एडीसी कांगड़ा राहुल कुमार ने युवाओं के लिए नई पहल की है। एडीसी ने फ्री कोचिंग कम करियर गाइडेंस कार्यक्रम किया शुरू किया है। कार्यक्रम के तहत मुख्यत: आईआईटी, जेईई वाले स्टूडेंट्स पर फोकस रहेगा। आपको बता दें कि एडीसी राहुल कुमार उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिला से संबंध रखते हैं, जहां से उनकी स्कूलिंग हुई। आईआईटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग करने के बाद एडीसी ने प्राइवेट जॉब ज्वाइन की थी, लेकिन उनमें प्रशासन में जाने का जज्बा था, जिसके चलते उन्होंने आईएएस की तैयारी शुरू की। यही नहीं इससे पहले राहुल कुमार इंडियन फॉरेस्ट सर्विसेज (आईएफएस) भी क्वालीफाई कर चुके थे।
एडीसी के पास गाइडेंस के लिए आते हैं युवा
बकौल एडीसी काफी युवा आईआईटी, जेईई और प्रशासन में जाने का सपना संजोए रहते हैं, लेकिन कई बार उन्हें सही गाइडेंस नहीं मिल पाती। यही नहीं उनका कहना था कि मेरे पास भी कई युवा गाइडेंस के लिए आते हैं। फ्री कोचिंग कम करियर गाइडेंस कार्यक्रम के तहत जिला कांगड़ा के बच्चों को कवर किया जाएगा। 10वीं से 12वीं कक्षा तक का समय काफी महत्वपूर्ण होता है। एडीसी ने कहा कि कई युवा सिविल सर्विसेज की भी तैयारी करते हैं, ऐसे बच्चों को भी कार्यक्रम के तहत जोड़ा जाएगा।
सही फील्ड चुनें युवा
एडीसी ने बताया कि उनके कार्यक्रम का मूल उद्देश्य यह है कि युवा किस फील्ड को चुनें, इसके लिए उन्हें सही गाइडेंस मिले। वैसे भी ग्रेजुएशन के बाद गाइडेंस महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने कहा कि मिडल क्लास के युवाओं में एचएएस और आईएएस में जाने की उम्मीद रहती है।
फेलियर पार्ट ऑफ लाइफ
एडीसी ने कहा कि असफलताओं से घबराना नहीं चाहिए, क्योंकि फेलियर भी पार्ट ऑफ लाइफ होता है। असफलताओं से पीछे हटने के बजाय मेहनत और ज्यादा करके लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है, ऐसे में जिला के युवा किसी फील्ड में न पिछड़ें, इसको लेकर ही फ्री कोचिंग कम करियर गाइडेंस कार्यक्रम शुरू किया गया है।