वंदना, ऊना।
स्वतंत्रता सेनानी सत्यमित्र बख्शी आर्य ने बसंत ऋतु के उपलक्ष्य में सोमवार को नंदा अस्पताल में नर्सिंग की छात्राओं को फल वितरित किए। उन्होंने कहा कि बसंत पर्व का मनुष्य के जीवन में काफी महत्व है और इस दौरान धार्मिक व शैक्षणिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए वातावरण पूरी तरह से अनुकूल होता है।
अध्ययनरत छात्रों को भी इस मौसम में पढ़ाई का बेहतर माहौल प्राप्त होता है। कुल मिलाकर ज्ञान की बढ़ोतरी को बसंत पर्व से जोड़ा जाता है। यह पूरा महीना ही ज्ञान हासिल करने के लिए उचित रहता है। सत्य मित्र बख्शी ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के आंदोलन में ऊना जिले का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इस जिले में देश की आजादी के लिए काम करने वालों में कुछ याद रखे गए तो कुछ गुमनामी के अंधेरों में खो गए।
जरुरी है कि जिलों में देश को आजाद कराने के लिए योगदान करने वाले लोगों का इतिहास एकत्रित किया जाए और उसे संजोने का काम किया जाए। ऐसे में हमारी उन आत्माओं के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। जिन्होंने इस देश को आजाद कराने के लिए बलिदान व योगदान तो दिया। लेकिन व्यवस्थाओं के कारण उनका इतिहास में नाम दर्ज नहीं हो पाया है।
ऐसे लोगों से जुड़ी यादों पर इतिहास बनने के बाद उसे रखने के लिए अलग से संग्रहालय बनाया जाना चाहिए, जिसमें ऐसी ही सामग्री रखी जाए। इस अवसर पर डा. एसके नंदा, डा. पीएल नंदा, संयुक्त व्यापार मंडल ऊना शहरी के प्रधान प्रिंस राजपूत, सुरेंद्र कपिला मौजूद रहे।