देवेंद्र सूद। गगरेट
पंडित दीन दयाल किसान-बागवान समृद्धि योजना के तहत पॉलीहाउस निर्माण के नाम पर सब्सिडी डकार कर कई किसानों को कर्जदार बनाने के मामले का पटाक्षेप करते हुए स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो ने इस मामले में केसीसीबी की सेवानिवृत्त शाखा प्रबंधक के साथ दो और लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में एक शातिर ने अपने साथी के साथ मिलकर दर्जनों लोगों को करोड़ों रुपये की चपत लगाई थी।
स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो का दावा है कि इस धोखाधड़ी को केसीसीबी की तत्कालीन शाखा प्रबंधक के साथ मिलकर अंजाम दिया गया। उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में इस मामले में कई खुलासे होंगे।
पूर्व धूमल सरकार के कार्यकाल में किसानों व बागबानों के लिए पंडित दीन दयाल किसान-बागवान समृद्धि योजना का शुभारंभ किया गया था। उस समय इस योजना के तहत पॉलीहाउस निर्माण के लिए 80 प्रतिशत अनुदान प्रदान करने का प्रावधान किया गया। उपमंडल गगरेट के ही एक व्यक्ति ने पॉलीहाउस निर्माण के लिए अपनी एक फर्म तैयार की और उस फर्म के माध्यम से पॉलीहाउस निर्माण के लिए लोगों को प्रेरित किया गया।
स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो का दावा है कि उक्त फर्म द्वारा दो-चार पॉलीहाउस निर्माण के बाद उन्हीं पॉलीहाउस की तस्वीर अन्य कई केसों में लगाकर केस अप्रूव करवा लिए। न तो पॉलीहाउस का निर्माण हुआ, अलबत्ता पॉलीहाउस निर्माण के नाम पर सब्सिडी ड्रॉ कर उसे डकार लिया गया। इस मामले में कई लोगों को चूना लगाया गया।
जिन लोगों के केस अप्रूव करवाए, उन्हें पता ही नहीं चला कि कब उनके नाम का केस अप्रूव हो गया और कब उनके खाते में आई सब्सिडी को डकार लिया गया। जब बैंक की ओर से उन्हें नोटिस जाने लगे तब इस धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। उसके बाद कुछ लोग प्रदेश उच्च न्यायालय भी गए तो कई लोगों ने अंब न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया। यहां तक कि कुछ लोगों ने गगरेट पुलिस के पास भी तहरीर दी, लेकिन किसी को न्याय नहीं मिला।
मामला जनता दरबार में भी उठाया गया और एक शिकायत स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो के पास भी पहुंची। ब्यूरो ने जब पड़ताल शुरू की तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। ये शातिर तीन तरह से लोगों को बेवकूफ बनाकर ठगते रहे। पॉलीहाउस निर्माण के नाम पर केसीसीबी से सीधे लोन भी पास करवा लिए गए।
स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो की पड़ताल में पॉलीहाउस निर्माण करने वाली कथित फर्म का मालिक, उसका एक साथी व केसीसीबी की सेवानिवृत्त शाखा प्रबंधक कार्रवाई के घेरे में आई, जिस पर वीरवार को केसीसीबी की गगरेट शाखा में पहुंची विजिलेंस की टीम ने इस मामले से संबंधित रिकॉर्ड कब्जे में लेने के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया।