राजीव भनोट, ऊना। कोटला कलां स्थित श्रीराधा कृष्ण मंदिर में चल रहे वार्षिक महासम्मेलन के पांचवें दिन बुधवार को महामंडलेश्वर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कथा प्रवचनों और मोहक भजनों से सबको निहाल किया। सम्मेलन में हजारों श्रद्धालुओं का कोटला कलां के राधा-कृष्ण मंदिर पहुंचना शुरू हो गया है।
इससे पूर्व सुबह श्रद्धालुओं ने मंदिर पहुंच कर आश्रम अधिष्ठाता एवं राष्ट्रीय संत बालजी महाराज से आशीर्वाद लिया। सुबह 9 से 12 बजे तक वेद प्रकाश एंड पार्टी ने रासलीला की। जिसमेंं श्रद्धालुओं को श्रीकृष्ण की सुंदर लीलाएं दिखाई गई। इस दौरान कथा प्रवचन करते हुए महामंडलेश्वर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने श्रद्धालुओं का गीता का महत्व बताया। स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि गीता हमें कर्मशील ही नहीं बनाती, अपितु हमें जीवन और सृष्टि के सार का भी बोध करवाती है। उन्होंने कहा कि गीता कर्म प्यार का शास्त्र हैै।
उन्होंने कहा कि गीता कभी यह नहीं कहती कि काम छोड़ कर मुझे पढ़ो। बल्कि गीता पढऩे से ही कर्तव्यों का बोध होता है और कर्तव्यपरायणता में भी निखार आता है। महामंडलेश्वर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि कभी भी घमंड नहीं करना चाहिए, यह भी गीता ही हमें सिखाती है। इस संसार में पूरा जीवन घमंड में बिताने वालों को भी अंत समय में अपनी सोच बदलनी पड़ती है। जिन नश्वर चीजों को लेकर हम घमंड करते हैं वह सभी यहीं रह जाती हैं खाली हाथ संसार में आने वाले व्यक्ति खाली हाथ ही तो जाना होता है।
उन्होंने कहा कि गीता ही हमें इस तथ्य का भी बोध करवाती है कि जो भी हो रहा है, वह भगवान कर रहे हैं, मैं नहीं कर रहा। अपने हृदय के अंदर से मैं रूपी घमंड को निकाल कर भगवान को स्थान दो। इसी से जीवन सुखमय बनेगा। उन्होंने श्रद्धालुओं का सत्संग का भी महत्व बताया और कहा कि अच्छे लोगों का साथ ही सत्संग होता है, जहां अच्छे लोग होंगे वहां निंदा चुगली आदि कुछ नहीं होगाए वहां यदि कुछ होगा तो केवल मात्र हरिचर्चा होगीए प्रभु के नाम का गुणगान होगाए प्रभु चर्चा और गुणगान से ही मन को सच्ची शांति मिलती है।
इस दौरान उन्होंने मोहक भजन सत्संग कर ले मनवा, यही जीवन का सार है गाकर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस दौरान राधा-कृष्ण मंदिर के आश्रम अधिष्ठाता एवं राष्ट्रीय संत बालजी महाराज ने श्रद्धालुओं को प्रभु सिमरन का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि हमें अपनी दिनचर्या में भगवान के सिमरन को अवश्य समय देना चाहिए। महासम्मलेन के दौरान लोगों की हैल्थ चैकअप के लिए मेडकिल कैंप भी लगाया गया है। इसमें मोहन लाल व विपिन शर्मा मरीजों की स्वास्थ्य जांच कर रहे हैं। इसमें निशुल्क दवाईयां भी वितरित की जा रही है।
संत के साथ मिलकर करें हरि यश: बाबा बाल
राष्ट्रीय संत बाबा बाल जी महाराज ने कहा कि जब संत इकटठे होते हैं तो कथा सुनते हैं, सबको कथा सुनाते हैं। उन्होंने कहा गुरु गं्रथ साहिब में लिखा है कि संतो के साथ मिलो तो सिर्फ हरि का यश गाओ बाकी संसार की बातें करने के लिए तो कई लोग हैं। उन्होंने कहा कि सच्चे संतों के दर्शन करने से ह्दय में कृष्ण भक्ति के भाव पैदा होते हैं सारे पाप दूर हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि कलयुग ने सभी की मति भ्रष्ट कर दी है। कलयुग के चक्कर में फंसकर अच्छी बातें बुरी और बुरी बातें सबको अच्छी लगती हैं। उन्होंने कहा कि आजकल लोग सनातन धर्म के संतो को बदनाम किया जा रहा है, जोकि गलत है।
आज से शुरु होगी भागवत कथा
संत बाबा बाल जी महाराज ने बताया कि 6 फरवरी को कोटलां कला के श्री राधा कृष्ण मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आचार्य गौरव कृष्ण गोस्वामी कथावचाक रहेंगे। बाबा बाल ने बताया कि कथा का समय दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक रहेगा।